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♦ भारत की राज्य संरचना भारत के संघीय प्रशासनिक ढाँचे की एक उप-राष्ट्रीय प्रशासनिक इकाई हैं। भारत के राज्यों की अपनी चुनी हुई सरकारें होती हैं, जिनका चुनाव उस राज्य के मतदाताओं द्वारा प्रति पाँच वर्ष की अवधि पर किया जाता है। <br />
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यहाँ आप भारत की पर्यटन संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।<br />
♦ विश्व पर्यटन संगठन के अनुसार पर्यटक वे लोग हैं जो "यात्रा करके अपने सामान्य वातावरण से बाहर के स्थानों में रहने जाते हैं, यह दौरा ज़्यादा से ज़्यादा एक साल के लिए मनोरंजन, व्यापार या अन्य उद्देश्यों से किया जाता है।<br />
♦ पर्यटन के अनेक प्रकार हैं जैसे- सांस्कृतिक, पर्यावरण, स्वास्थ्य, धार्मिक,  शैक्षिक, पुरातत्व, विरासत-परम्परा, रोमांचक और वन्य जीवन आदि
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<div style=text-align:center; direction: ltr; margin-left: 1em;><h2>धर्म मुखपृष्ठ</h2></div>
<div style=text-align:center; direction: ltr; margin-left: 1em;><h2>पर्यटन मुखपृष्ठ</h2></div>
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प्रत्येक राज्य की अपनी विधानसभा भी होती हैं, जो राज्य स्तर पर भारत की संसद के समान ही हैं, जहाँ से राज्य सरकार, राज्य में शासन चलाती है। 2010 की स्थिति तक भारत में 28 राज्य और 7 केन्द्रशासित प्रदेश है।
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प्राचीन काल से ही भारत एक अत्यन्त ही विविधता सम्पन्न देश रहा है और यह विशेषता आज भी समय की घड़ी पर अंकित है।<br />
♦ पर्यटन दुनिया भर में एक आरामपूर्ण गतिविधि के रूप में लोकप्रिय हो गया है और एक व्यवसाय के रूप में विकसित हो रहा है। <br />
♦ [[2007]] में, 90.3 करोड़ से अधिक अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के आगमन के साथ, [[2006]] की तुलना में 6.6% की वृद्धि दर्ज की गई। [[2007]] में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक प्राप्तियाँ अमरीकी डॉलर 856 अरब थी।
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| class="headbg1" style="border:1px solid #f7b24d;padding:10px;" valign="top" | <div class="headbg2"><span style="color: rgb(153, 51, 0); font-size:16px; padding-left:5px">'''हिन्दू धर्म'''</span></div>
 
| class="headbg6" style="border:1px solid #D0D09D;padding:10px;" valign="top" | <div class="headbg5" style="padding-left:8px;"><span style="color:#34341B;">'''विशेष आलेख'''</span></div>  
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[[चित्र:Om.jpg|right| ओम|110px]]
<div align="center" style="color:#34341B;">'''[[खजुराहो]]'''</div>
*'भारत रत्‍न उच्‍चतम नागरिक सम्‍मान है, जो कला, साहित्‍य, विज्ञान, राजनीतिज्ञ, विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को असाधारण सेवा के लिए तथा उच्च लोक सेवा को मान्‍यता देने के लिए [[भारत]] सरकार की ओर से दिया जाता है।
<div id="rollnone"> [[चित्र:Khajuraho-Temples.jpg|right|150px|खजुराहो मंदिर|link=खजुराहो]] </div>
*इस पुरस्‍कार के रूप में दिए जाने वाले सम्‍मान की मूल रूप - रेखा 35 मिलिमीटर व्‍यास वाला गोलाकार स्‍वर्ण पदक है जिस पर सूर्य और ऊपर [[हिन्दी भाषा]] में भारत रत्‍न और नीचे एक फूलों का गुलदस्‍ता बना होता है।
*दुनिया को [[भारत]] का '''खजुराहो के कलात्मक मंदिर''' एक अनमोल तोहफ़ा हैं। खजुराहो, भारतीय आर्य स्थापत्य और वास्तुकला की एक नायाब मिसाल है।
*यह पुरस्कार 2 जनवरी 1954 को प्रारम्भ किया गया था। यह पुरस्कार भारत के प्रथम राष्ट्रपति  [[डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद]] द्वारा घोषित किया गया था।
*खजुराहो को इसके अलंकृत मंदिरों की वजह से जाना जाता है जो कि देश के सर्वोत्कृष्ठ मध्यकालीन स्मारक हैं। चंदेल शासकों ने '''इन मंदिरों की तामीर सन 900 से 1130 ईसवी''' के बीच करवाई थी।
*भारत रत्न 26 जनवरी को भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है। सबसे पहला पुरस्‍कार प्रसिद्ध वैज्ञानिक [[चंद्रशेखर वेंकटरमन]] को दिया गया था।
*खजुराहो का प्राचीन नाम '''खर्जुरवाहक''' है। चंदेल राजाओं ने क़रीब 84 बेजोड़ व लाजवाब मंदिरों की तामीर करवाई थी लेकिन उनमें से अभी तक सिर्फ़ 22 मंदिरों की ही खोज हो पाई है।  
*अब तक 41 लोगों को भारत रत्न से सम्मनित किया गया है। '''[[भारत रत्‍न|.... और पढ़ें]]'''
*इतिहास में इन मंदिरों का सबसे पहला जो उल्लेख मिलता है, वह अबू रिहान [[अल बरूनी]] (1022 ईसवी) तथा अरब मुसाफ़िर [[इब्न बतूता]] का है।  
*यह क्षेत्र प्राचीन काल में वत्स के नाम से, मध्यकाल में [[जैजाक्भुक्ति]] नाम से तथा चौदहवीं सदी के बाद [[बुन्देलखन्ड]] के नाम से जाना गया।
*खजुराहो के मंदिर भारतीय स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना हैं। खजुराहो में ख़ूबसूरत मंदिरो में की गई कलाकारी इतनी सजीव है कि '''कई बार मूर्तियाँ ख़ुद बोलती हुई''' मालूम होती हैं।
*यहाँ की श्रृंगारिक मुद्राओं में अंकित मिथुन-मूर्तियों की कला पर सम्भवतः तांत्रिक प्रभाव है, किन्तु कला का जो निरावृत और अछूता सौदर्न्य इनके अंकन में निहित है, उसकी उपमा नहीं मिलती।
*खजुराहो, महोबा से 54 किलोमीटर दक्षिण में, छतरपुर से 45 किलोमीटर पूर्व और सतना ज़िले से 105 किलोमीटर पश्‍चिम में स्‍थित है तथा निकटतम रेलवे स्‍टेशनों अर्थात् महोबा, सतना और [[झाँसी]] से पक्‍की सड़कों से खजुराहो अच्‍छी तरह जुड़ा हुआ है। '''[[खजुराहो|.... और पढ़ें]]'''
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| class="bgrajya" style="border:1px solid #c8bbf4;padding:10px;" valign="top" | <span style="color:#191406; font-size:16px;">'''बौद्ध धर्म'''</span>
| class="headbg16" style="border:1px solid #B0B0FF; padding:10px;" valign="top" | <div class="headbg15" style="padding-left:8px;"><span style="color:#191406">'''चयनित लेख'''</span></div>  
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<div align="center" style="color:#34341B;">'''[[गंगा डॉल्फ़िन]]'''</div>
<div align="center" style="color:#34341B;">'''[[जैसलमेर]]'''</div>
<div id="rollnone"> [[चित्र:Dolphin-Fish-Ganga-1.jpg|right|130px|गंगा डॉल्फ़िन|link=गंगा डॉल्फ़िन]] </div>
<div id="rollnone"> [[चित्र:Jaisalmer-Fort.jpg|right|150px|जैसलमेर का क़िला|link=जैसलमेर का क़िला]] </div>
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*अनुपम वस्तुशिल्प, मधुर लोक सगींत, विपुल सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासत को अपने मे संजोये हुये जैसलमेर '''स्वर्ण नगरी''' के रुप मे विख्यात है।
*'भारत रत्‍न उच्‍चतम नागरिक सम्‍मान है, जो कला, साहित्‍य, विज्ञान, राजनीतिज्ञ, विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को असाधारण सेवा के लिए तथा उच्च लोक सेवा को मान्‍यता देने के लिए [[भारत]] सरकार की ओर से दिया जाता है।
*जैसलमेर, पश्चिमोत्तर भारत के [[राजस्थान]] राज्य में स्थित है। इसकी पश्चिम-उत्तरी सीमा [[पाकिस्तान]] के साथ लगती है तथा उत्तर-पूर्व में [[बीकानेर]], दक्षिण में बाड़मेर तथा पूर्व में इसकी सीमा [[जोधपुर]] से मिलती है।  
*इस पुरस्‍कार के रूप में दिए जाने वाले सम्‍मान की मूल रूप - रेखा 35 मिलिमीटर व्‍यास वाला गोलाकार स्‍वर्ण पदक है जिस पर सूर्य और ऊपर [[हिन्दी भाषा]] में भारत रत्‍न और नीचे एक फूलों का गुलदस्‍ता बना होता है।
*पीले भूरे पत्थरों से निर्मित भवनों के लिए विख्यात '''जैसलमेर की स्थापना 1156 में''' राजपूतों के सरदार [[रावल जैसल]] ने की थी।
*यह पुरस्कार 2 जनवरी 1954 को प्रारम्भ किया गया था। यह पुरस्कार भारत के प्रथम राष्ट्रपति  [[डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद]] द्वारा घोषित किया गया था।
*[[भारत]] में अंग्रेज़ी राज्य की स्थापना से लेकर समाप्ति तक भी इस राज्य ने अपने वंश गौरव व महत्व को यथावत रखा।
*भारत रत्न 26 जनवरी को भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है। सबसे पहला पुरस्‍कार प्रसिद्ध वैज्ञानिक [[चंद्रशेखर वेंकटरमन]] को दिया गया था।
*जैसलमेर, राजस्थान में [[पर्यटन]] का सबसे आकर्षक स्थल माना जाता है। जैसलमेर शहर के निकट एक पहाड़ी पर बने हुए दुर्ग में राजमहल, कई प्राचीन जैन मंदिर और ज्ञान भंडार नामक एक पुस्तकालय है, जिसमें प्राचीन [[संस्कृत]] तथा '''प्राकृत पांडुलिपियाँ''' रखी हुई हैं।
*अब तक 41 लोगों को भारत रत्न से सम्मनित किया गया है।  '''[[भारत रत्‍न|.... और पढ़ें]]'''
*जैसलमेर के प्रमुख ऐतिहासिक स्मारकों में सर्वप्रमुख यहाँ का [[जैसलमेर क़िला|क़िला]] है। यह '''स्थापत्य का सुंदर नमूना''' है। इसमें बारह सौ घर हैं।  
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*जैसलमेर शहर ऊन, चमड़ा, नमक, मुलतानी मिट्टी, ऊँट और भेड़ का व्यापार करने वाले कारवां का प्रमुख केंद्र है।
*जैसलमेर राज्य का संपूर्ण भाग '''रेतीला व पथरीला''' होने के कारण यहाँ का तापमान मई-जून में अधिकतम 48<sup>०</sup> सेंटीग्रेड तथा दिसम्बर-जनवरी में न्यूनतम 4<sup>०</sup> सेंटीग्रेड रहता है '''[[जैसलमेर|.... और पढ़ें]]'''
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<div class="headbg15" style="padding-left:8px;"><span style="color:#191406">'''कुछ चुने हुए लेख'''</span></div>
* [[कोलकाता]]
* [[फ़तेहपुर सीकरी]]
* [[दिल्ली]]
* [[उदयपुर]]
* [[मुम्बई]]
* [[माउंट आबू]]
* [[तिरुअनंतपुरम]]
* [[श्रीनगर]]
* [[चेन्नई]]
* [[अमृतसर]]
* [[हरिद्वार]]
* [[भोपाल]]
* [[नैनीताल]]
* [[मसूरी]]
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* [[जयपुर]]
* [[अजमेर]]
* [[अलवर]]
* [[बीकानेर]]
* [[लखनऊ]]
* [[वाराणसी]]
* [[गया]]
* [[कोच्चि]]
* [[स्वर्ण मंदिर]]
* [[ताजमहल]]
* [[इंडिया गेट]]
* [[लाल क़िला दिल्ली]]
* [[सारनाथ]]
* [[मथुरा]]
* [[वृन्दावन]]
* [[बेंगळूरू]]
* [[अयोध्या]]
* [[पटना]]
* [[उदयगिरि गुफ़ाएँ]]
* [[पुष्कर]]
* [[कृष्ण जन्मभूमि]]
* [[चारमीनार]]
* [[विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग|विश्वनाथ मन्दिर]]
* [[बांके बिहारी मन्दिर वृन्दावन|बांके बिहारी मन्दिर]]
* [[केदारनाथ ज्योतिर्लिंग|केदारनाथ मन्दिर]]
* [[सोमनाथ ज्योतिर्लिंग|सोमनाथ मन्दिर]]
* [[महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग|महाकालेश्वर मन्दिर]]
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<div class="headbg15" style="padding-left:8px;"><span style="color:#191406">'''पर्यटन श्रेणी वृक्ष'''</span></div>
<categorytree mode=pages>भारत के पर्यटन स्थल</categorytree>
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*'भारत रत्‍न उच्‍चतम नागरिक सम्‍मान है, जो कला, साहित्‍य, विज्ञान, राजनीतिज्ञ, विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को असाधारण सेवा के लिए तथा उच्च लोक सेवा को मान्‍यता देने के लिए [[भारत]] सरकार की ओर से दिया जाता है।
*इस पुरस्‍कार के रूप में दिए जाने वाले सम्‍मान की मूल रूप - रेखा 35 मिलिमीटर व्‍यास वाला गोलाकार स्‍वर्ण पदक है जिस पर सूर्य और ऊपर [[हिन्दी भाषा]] में भारत रत्‍न और नीचे एक फूलों का गुलदस्‍ता बना होता है।
*यह पुरस्कार 2 जनवरी 1954 को प्रारम्भ किया गया था। यह पुरस्कार भारत के प्रथम राष्ट्रपति  [[डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद]] द्वारा घोषित किया गया था।
*भारत रत्न 26 जनवरी को भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है। सबसे पहला पुरस्‍कार प्रसिद्ध वैज्ञानिक [[चंद्रशेखर वेंकटरमन]] को दिया गया था।
*अब तक 41 लोगों को भारत रत्न से सम्मनित किया गया है।  '''[[भारत रत्‍न|.... और पढ़ें]]'''
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[[चित्र:Buland-Darwaja-Fatehpur-Sikri-Agra.jpg|300px|[[बुलंद दरवाजा]], [[फ़तेहपुर सीकरी]], [[आगरा]]|center]]
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*'भारत रत्‍न उच्‍चतम नागरिक सम्‍मान है, जो कला, साहित्‍य, विज्ञान, राजनीतिज्ञ, विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को असाधारण सेवा के लिए तथा उच्च लोक सेवा को मान्‍यता देने के लिए [[भारत]] सरकार की ओर से दिया जाता है।
*इस पुरस्‍कार के रूप में दिए जाने वाले सम्‍मान की मूल रूप - रेखा 35 मिलिमीटर व्‍यास वाला गोलाकार स्‍वर्ण पदक है जिस पर सूर्य और ऊपर [[हिन्दी भाषा]] में भारत रत्‍न और नीचे एक फूलों का गुलदस्‍ता बना होता है।
*यह पुरस्कार 2 जनवरी 1954 को प्रारम्भ किया गया था। यह पुरस्कार भारत के प्रथम राष्ट्रपति  [[डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद]] द्वारा घोषित किया गया था।
*भारत रत्न 26 जनवरी को भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है। सबसे पहला पुरस्‍कार प्रसिद्ध वैज्ञानिक [[चंद्रशेखर वेंकटरमन]] को दिया गया था।
*अब तक 41 लोगों को भारत रत्न से सम्मनित किया गया है।  '''[[भारत रत्‍न|.... और पढ़ें]]'''
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'''राष्ट्रीय चिन्ह और प्रतीक चित्र'''
|+ भारत के मुख्य पर्यटन स्थल
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05:41, 29 नवम्बर 2010 का अवतरण

साँचा:प्रांगण

♦ यहाँ आप भारत की पर्यटन संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
♦ विश्व पर्यटन संगठन के अनुसार पर्यटक वे लोग हैं जो "यात्रा करके अपने सामान्य वातावरण से बाहर के स्थानों में रहने जाते हैं, यह दौरा ज़्यादा से ज़्यादा एक साल के लिए मनोरंजन, व्यापार या अन्य उद्देश्यों से किया जाता है।
♦ पर्यटन के अनेक प्रकार हैं जैसे- सांस्कृतिक, पर्यावरण, स्वास्थ्य, धार्मिक, शैक्षिक, पुरातत्व, विरासत-परम्परा, रोमांचक और वन्य जीवन आदि

पर्यटन मुखपृष्ठ

♦ प्राचीन काल से ही भारत एक अत्यन्त ही विविधता सम्पन्न देश रहा है और यह विशेषता आज भी समय की घड़ी पर अंकित है।
♦ पर्यटन दुनिया भर में एक आरामपूर्ण गतिविधि के रूप में लोकप्रिय हो गया है और एक व्यवसाय के रूप में विकसित हो रहा है।
2007 में, 90.3 करोड़ से अधिक अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के आगमन के साथ, 2006 की तुलना में 6.6% की वृद्धि दर्ज की गई। 2007 में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक प्राप्तियाँ अमरीकी डॉलर 856 अरब थी।

विशेष आलेख

खजुराहो मंदिर
खजुराहो मंदिर
  • दुनिया को भारत का खजुराहो के कलात्मक मंदिर एक अनमोल तोहफ़ा हैं। खजुराहो, भारतीय आर्य स्थापत्य और वास्तुकला की एक नायाब मिसाल है।
  • खजुराहो को इसके अलंकृत मंदिरों की वजह से जाना जाता है जो कि देश के सर्वोत्कृष्ठ मध्यकालीन स्मारक हैं। चंदेल शासकों ने इन मंदिरों की तामीर सन 900 से 1130 ईसवी के बीच करवाई थी।
  • खजुराहो का प्राचीन नाम खर्जुरवाहक है। चंदेल राजाओं ने क़रीब 84 बेजोड़ व लाजवाब मंदिरों की तामीर करवाई थी लेकिन उनमें से अभी तक सिर्फ़ 22 मंदिरों की ही खोज हो पाई है।
  • इतिहास में इन मंदिरों का सबसे पहला जो उल्लेख मिलता है, वह अबू रिहान अल बरूनी (1022 ईसवी) तथा अरब मुसाफ़िर इब्न बतूता का है।
  • यह क्षेत्र प्राचीन काल में वत्स के नाम से, मध्यकाल में जैजाक्भुक्ति नाम से तथा चौदहवीं सदी के बाद बुन्देलखन्ड के नाम से जाना गया।
  • खजुराहो के मंदिर भारतीय स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना हैं। खजुराहो में ख़ूबसूरत मंदिरो में की गई कलाकारी इतनी सजीव है कि कई बार मूर्तियाँ ख़ुद बोलती हुई मालूम होती हैं।
  • यहाँ की श्रृंगारिक मुद्राओं में अंकित मिथुन-मूर्तियों की कला पर सम्भवतः तांत्रिक प्रभाव है, किन्तु कला का जो निरावृत और अछूता सौदर्न्य इनके अंकन में निहित है, उसकी उपमा नहीं मिलती।
  • खजुराहो, महोबा से 54 किलोमीटर दक्षिण में, छतरपुर से 45 किलोमीटर पूर्व और सतना ज़िले से 105 किलोमीटर पश्‍चिम में स्‍थित है तथा निकटतम रेलवे स्‍टेशनों अर्थात् महोबा, सतना और झाँसी से पक्‍की सड़कों से खजुराहो अच्‍छी तरह जुड़ा हुआ है। .... और पढ़ें
चयनित लेख

जैसलमेर का क़िला
जैसलमेर का क़िला
  • अनुपम वस्तुशिल्प, मधुर लोक सगींत, विपुल सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासत को अपने मे संजोये हुये जैसलमेर स्वर्ण नगरी के रुप मे विख्यात है।
  • जैसलमेर, पश्चिमोत्तर भारत के राजस्थान राज्य में स्थित है। इसकी पश्चिम-उत्तरी सीमा पाकिस्तान के साथ लगती है तथा उत्तर-पूर्व में बीकानेर, दक्षिण में बाड़मेर तथा पूर्व में इसकी सीमा जोधपुर से मिलती है।
  • पीले भूरे पत्थरों से निर्मित भवनों के लिए विख्यात जैसलमेर की स्थापना 1156 में राजपूतों के सरदार रावल जैसल ने की थी।
  • भारत में अंग्रेज़ी राज्य की स्थापना से लेकर समाप्ति तक भी इस राज्य ने अपने वंश गौरव व महत्व को यथावत रखा।
  • जैसलमेर, राजस्थान में पर्यटन का सबसे आकर्षक स्थल माना जाता है। जैसलमेर शहर के निकट एक पहाड़ी पर बने हुए दुर्ग में राजमहल, कई प्राचीन जैन मंदिर और ज्ञान भंडार नामक एक पुस्तकालय है, जिसमें प्राचीन संस्कृत तथा प्राकृत पांडुलिपियाँ रखी हुई हैं।
  • जैसलमेर के प्रमुख ऐतिहासिक स्मारकों में सर्वप्रमुख यहाँ का क़िला है। यह स्थापत्य का सुंदर नमूना है। इसमें बारह सौ घर हैं।
  • जैसलमेर शहर ऊन, चमड़ा, नमक, मुलतानी मिट्टी, ऊँट और भेड़ का व्यापार करने वाले कारवां का प्रमुख केंद्र है।
  • जैसलमेर राज्य का संपूर्ण भाग रेतीला व पथरीला होने के कारण यहाँ का तापमान मई-जून में अधिकतम 48 सेंटीग्रेड तथा दिसम्बर-जनवरी में न्यूनतम 4 सेंटीग्रेड रहता है .... और पढ़ें
कुछ चुने हुए लेख
पर्यटन श्रेणी वृक्ष
चयनित चित्र

बुलंद दरवाजा, फ़तेहपुर सीकरी, आगरा
बुलंद दरवाजा, फ़तेहपुर सीकरी, आगरा

भारत के मुख्य पर्यटन स्थल
ताजमहल इंडिया गेट लाल क़िला कमल मंदिर गेटवे ऑफ़ इन्डिया अक्षरधाम मंदिर चारमीनार विक्टोरिया मेमोरियल कुतुब मीनार जामा मस्जिद दिल्ली सांची स्वर्ण मंदिर
बुद्ध स्तूप, साँची शेरशाह सूरी का मक़बरा ग्वालियर का क़िला बड़ा इमामबाड़ा फ़तेहपुर सीकरी, आगरा बासीलीक चर्च, गोवा खजुराहो, मध्य प्रदेश जैसलमेर का क़िला, जैसलमेर अम्बर क़िला जहाँगीर महल, ओरछा जहा्ज़ महल, माण्डू
सूर्य मंदिर कोणार्क वीरूपाक्ष मंदिर हम्पी बृहदेश्वर मंदिर तंजौर हम्पी कर्नाटक रामेश्वर ज्योतिर्लिंग कैलाशनाथ मन्दिर अजंता गुफाएं गोविन्द देव मन्दिर वृन्दावन महाबोधि मंदिर, बोधगया
कृष्ण जन्मभूमि दक्षिणेश्‍वर मंदिर विद्याशंकर मंदिर, श्रंगेरी पीठ सोमनाथ ज्योतिर्लिंग तिरुपति वेन्कटेशवर मन्दिर मीनाक्षी मंदिर, मदुरई केदारनाथ मंदिर बद्रीनाथ मंदिर अमरनाथ गुफा द्वारिकाधीश मंदिर विश्वनाथ मन्दिर, वाराणसी