और भी जो सत्त्वगुण से उत्पन्न होने वाले भाव हैं और जो रजोगुण से तथा तमोगुण से होने वाले भाव हैं, उन सबको तू 'मुझसे ही होने वाले हैं' ऐसा जान । परंतु वास्तव में उनमें मैं और वे मुझमें नहीं हैं ।।12।।
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All states of being- be they of goodness, passion or ignorance- are manifested by My energy. I am, in one sense, everything- but I am independent. I am not under the modes of this material nature.(12)
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