हे भरतवंशियों में श्रेष्ठ <balloon link="अर्जुन" title="महाभारत के मुख्य पात्र है। पाण्डु एवं कुन्ती के वह तीसरे पुत्र थे । अर्जुन सबसे अच्छा धनुर्धर था। वो द्रोणाचार्य का शिष्य था। द्रौपदी को स्वयंवर में जीतने वाला वो ही था।
¤¤¤ आगे पढ़ने के लिए लिंक पर ही क्लिक करें ¤¤¤">अर्जुन</balloon> । उत्तम कर्म करने वाले अर्थार्थी, आर्त्त, जिज्ञासु और ज्ञानी- ऐसे चार प्रकार के भक्तजन मुझ को भजते है। ।।16।।
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Four types of devotees of noble deeds worship Me, Arjuna, the seeker after worldly possession, the afflicted, the seeker for knowledge, and man of wisdom, O best of Bharatas.(16)
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