क्योंकि हे श्रीकृष्ण[2] ! यह मन बड़ा चंचल, प्रमथन स्वभाव वाला, बड़ा दृढ़ और बलवान है। इसलिये उसको वश में करना मैं वायु के रोकने की भाँति अत्यन्त दुष्कर मानता हूँ ।।34।।
|
For Krishna, the mind is very unsteady, turbulent, tenacious and powerful therefore, I consider it as difficult to control as the wind.(34)
|