"गीता 10:34": अवतरणों में अंतर
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सर्वहर: = सबका नाश | सर्वहर: = सबका नाश करने वाला; भविष्यताम् आगे होने वालों की; उभ्दव: उत्पत्ति का कारण (हूं); नारीणाम् स्त्रियों में; कीर्ति: कीर्ति | ||
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==संबंधित लेख== | |||
{{गीता2}} | |||
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13:48, 5 जनवरी 2013 के समय का अवतरण
गीता अध्याय-10 श्लोक-34 / Gita Chapter-10 Verse-34
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टीका टिप्पणी और संदर्भसंबंधित लेख |
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