प्रांगण:मुखपृष्ठ/भारत गणराज्य

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
आदित्य चौधरी (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:59, 28 नवम्बर 2010 का अवतरण (Adding category Category:प्रांगण (को हटा दिया गया हैं।))
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

साँचा:प्रांगण

♦ भारत की राज्य संरचना भारत के संघीय प्रशासनिक ढाँचे की एक उप-राष्ट्रीय प्रशासनिक इकाई हैं। भारत के राज्यों की अपनी चुनी हुई सरकारें होती हैं, जिनका चुनाव उस राज्य के मतदाताओं द्वारा प्रति पाँच वर्ष की अवधि पर किया जाता है।

गणराज्य मुखपृष्ठ

♦ प्रत्येक राज्य की अपनी विधानसभा भी होती हैं, जो राज्य स्तर पर भारत की संसद के समान ही हैं, जहाँ से राज्य सरकार, राज्य में शासन चलाती है। 2010 की स्थिति तक भारत में 28 राज्य और 7 केन्द्रशासित प्रदेश है।

भारत मानचित्र

विशेष आलेख

खजुराहो मंदिर
खजुराहो मंदिर
  • दुनिया को भारत का खजुराहो के कलात्मक मंदिर एक अनमोल तोहफ़ा हैं। खजुराहो, भारतीय आर्य स्थापत्य और वास्तुकला की एक नायाब मिसाल है।
  • खजुराहो को इसके अलंकृत मंदिरों की वजह से जाना जाता है जो कि देश के सर्वोत्कृष्ठ मध्यकालीन स्मारक हैं। चंदेल शासकों ने इन मंदिरों की तामीर सन 900 से 1130 ईसवी के बीच करवाई थी।
  • खजुराहो का प्राचीन नाम खर्जुरवाहक है। चंदेल राजाओं ने क़रीब 84 बेजोड़ व लाजवाब मंदिरों की तामीर करवाई थी लेकिन उनमें से अभी तक सिर्फ़ 22 मंदिरों की ही खोज हो पाई है।
  • इतिहास में इन मंदिरों का सबसे पहला जो उल्लेख मिलता है, वह अबू रिहान अल बरूनी (1022 ईसवी) तथा अरब मुसाफ़िर इब्न बतूता का है।
  • यह क्षेत्र प्राचीन काल में वत्स के नाम से, मध्यकाल में जैजाक्भुक्ति नाम से तथा चौदहवीं सदी के बाद बुन्देलखन्ड के नाम से जाना गया।
  • खजुराहो के मंदिर भारतीय स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना हैं। खजुराहो में ख़ूबसूरत मंदिरो में की गई कलाकारी इतनी सजीव है कि कई बार मूर्तियाँ ख़ुद बोलती हुई मालूम होती हैं।
  • यहाँ की श्रृंगारिक मुद्राओं में अंकित मिथुन-मूर्तियों की कला पर सम्भवतः तांत्रिक प्रभाव है, किन्तु कला का जो निरावृत और अछूता सौदर्न्य इनके अंकन में निहित है, उसकी उपमा नहीं मिलती।
  • खजुराहो, महोबा से 54 किलोमीटर दक्षिण में, छतरपुर से 45 किलोमीटर पूर्व और सतना ज़िले से 105 किलोमीटर पश्‍चिम में स्‍थित है तथा निकटतम रेलवे स्‍टेशनों अर्थात् महोबा, सतना और झाँसी से पक्‍की सड़कों से खजुराहो अच्‍छी तरह जुड़ा हुआ है। .... और पढ़ें
चयनित लेख

जैसलमेर का क़िला
जैसलमेर का क़िला
  • अनुपम वस्तुशिल्प, मधुर लोक सगींत, विपुल सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासत को अपने मे संजोये हुये जैसलमेर स्वर्ण नगरी के रुप मे विख्यात है।
  • जैसलमेर, पश्चिमोत्तर भारत के राजस्थान राज्य में स्थित है। इसकी पश्चिम-उत्तरी सीमा पाकिस्तान के साथ लगती है तथा उत्तर-पूर्व में बीकानेर, दक्षिण में बाड़मेर तथा पूर्व में इसकी सीमा जोधपुर से मिलती है।
  • पीले भूरे पत्थरों से निर्मित भवनों के लिए विख्यात जैसलमेर की स्थापना 1156 में राजपूतों के सरदार रावल जैसल ने की थी।
  • भारत में अंग्रेज़ी राज्य की स्थापना से लेकर समाप्ति तक भी इस राज्य ने अपने वंश गौरव व महत्व को यथावत रखा।
  • जैसलमेर, राजस्थान में पर्यटन का सबसे आकर्षक स्थल माना जाता है। जैसलमेर शहर के निकट एक पहाड़ी पर बने हुए दुर्ग में राजमहल, कई प्राचीन जैन मंदिर और ज्ञान भंडार नामक एक पुस्तकालय है, जिसमें प्राचीन संस्कृत तथा प्राकृत पांडुलिपियाँ रखी हुई हैं।
  • जैसलमेर के प्रमुख ऐतिहासिक स्मारकों में सर्वप्रमुख यहाँ का क़िला है। यह स्थापत्य का सुंदर नमूना है। इसमें बारह सौ घर हैं।
  • जैसलमेर शहर ऊन, चमड़ा, नमक, मुलतानी मिट्टी, ऊँट और भेड़ का व्यापार करने वाले कारवां का प्रमुख केंद्र है।
  • जैसलमेर राज्य का संपूर्ण भाग रेतीला व पथरीला होने के कारण यहाँ का तापमान मई-जून में अधिकतम 48 सेंटीग्रेड तथा दिसम्बर-जनवरी में न्यूनतम 4 सेंटीग्रेड रहता है .... और पढ़ें
राज्य संरचना
राज्य राजधानी

अरुणाचल प्रदेश

ईटानगर

असम

दिसपुर

उत्तर प्रदेश

लखनऊ

उत्तराखण्ड

देहरादून

कर्नाटक

बेंगळूरू

केरल

तिरुवनंतपुरम

गोवा

पणजी

उड़ीसा

भुवनेश्वर

आंध्र प्रदेश

हैदराबाद

गुजरात

गांधीनगर

छत्तीसगढ़

रायपुर

जम्मू और कश्मीर

जम्मू, श्रीनगर

झारखण्ड

राँची

तमिलनाडु

चेन्नई

त्रिपुरा

अगरतला

नागालैण्ड

कोहिमा

पश्चिम बंगाल

कोलकाता

पंजाब

चण्डीगढ़

बिहार

पटना

मणिपुर

इम्फाल

मध्य प्रदेश

भोपाल

महाराष्ट्र

मुंबई

मिज़ोरम

आईजोल

मेघालय

शिलांग

राजस्थान

जयपुर

हरियाणा

चंडीगढ़

सिक्किम

गंगटोक

हिमाचल प्रदेश

शिमला

केन्द्र शासित प्रदेश

अंडमान एवं निकोबार

पोर्ट ब्लेयर

चण्डीगढ़

चण्डीगढ़

दादरा तथा नगर हवेली

सिलवासा

दमन और दीव

दमन

लक्षद्वीप

कवरत्ती

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली

दिल्ली

पुदुचेरी

पुदुचेरी ज़िला

भारत गणराज्य श्रेणी वृक्ष