"गीता 11:24": अवतरणों में अंतर
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क्योंकि हे < | क्योंकि हे विष्णो<ref>मधुसूदन, केशव, पुरुषोत्तम, विष्णो, वासुदेव, माधव, जनार्दन और वार्ष्णेय सभी भगवान् [[कृष्ण]] का ही सम्बोधन है।</ref> ! [[आकाश]] को स्पर्श करने वाले, देदीप्यमान, अनेक वर्णों से युक्त तथा फैलाये हुए मुख और प्रकाशमान विशाल नेत्रों से युक्त आपको देखकर भयभीत अन्त:करण वाला मैं धीरज और शान्ति नहीं पाता हूँ ।।24।। | ||
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06:40, 6 जनवरी 2013 का अवतरण
गीता अध्याय-11 श्लोक-24 / Gita Chapter-11 Verse-24
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टीका टिप्पणी और संदर्भसंबंधित लेख |
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