"गीता 11:9": अवतरणों में अंतर
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हे राजन् ! महायोगेश्वर और सब पापों के नाश करने वाले भगवान् ने इस प्रकार कहकर उसके | हे राजन् ! महायोगेश्वर और सब पापों के नाश करने वाले भगवान् ने इस प्रकार कहकर उसके पश्चात् [[अर्जुन]] को परम ऐश्वर्य युक्त दिव्य स्वरूप दिखलाया ।।9।। | ||
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07:43, 23 जून 2017 के समय का अवतरण
गीता अध्याय-11 श्लोक-9 / Gita Chapter-11 Verse-9
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख |
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