कर्म फल का त्याग न करने वाले मनुष्यों के कर्मों का तो अच्छा, बुरा और मिला हुआ – ऐसे तीन प्रकार का फल मरने के पश्चात् अवश्य होता है; किन्तु कर्मफल का त्याग कर देने वाले मनुष्यों के कर्मों का फल किसी काल में भी नहीं होता ।।12।।
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Welcome, unwelcome and mixed- threefold, indeed, is the fruit that accrues here after from the actions of the unrenouncing. But there is none ever for those who have renounced. (12)
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