"गीता 18:60": अवतरणों में अंतर
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हे < | हे [[कुन्ती]]<ref>ये [[वसुदेव|वसुदेवजी]] की बहन और भगवान [[श्रीकृष्ण]] की बुआ थीं। [[महाभारत]] में महाराज [[पाण्डु]] की ये पत्नी थीं।</ref> पुत्र ! जिस कर्म को तू मोह के कारण करना नहीं चाहता, उसको भी अपने पूर्व कृत स्वाभाविक कर्म से बँधा हुआ परवश होकर करेगा ।।60।। | ||
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06:42, 7 जनवरी 2013 के समय का अवतरण
गीता अध्याय-18 श्लोक-60 / Gita Chapter-18 Verse-60
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टीका टिप्पणी और संदर्भसंबंधित लेख |
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