अगस्त्यकुंड पौराणिक धर्म ग्रंथों के अनुसार उद्यंतक पर्वतमाला के मध्य स्थित बताया गया है।[1] वायुपुराण के अनुसार यहाँ पर आठ ऋषियों ने कठिन तपस्या कर मोक्ष प्राप्त किया था।[2]
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अगस्त्यकुंड पौराणिक धर्म ग्रंथों के अनुसार उद्यंतक पर्वतमाला के मध्य स्थित बताया गया है।[1] वायुपुराण के अनुसार यहाँ पर आठ ऋषियों ने कठिन तपस्या कर मोक्ष प्राप्त किया था।[2]
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