पुरुषोत्तम क्षेत्र पुराणों में प्रमुख तीर्थ माना गया है। पुराणों के अनुसार इस तीर्थ के क्षेत्र का विस्तार उड़ीसा में दक्षिण कटक, पुरी तथा वेंकटाचल तक है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 567 |
- ↑ इंडियन हिस्टोरिकल क्वार्टरली 7, पृष्ठ 245-253.