ताम्रारुण का उल्लेख महाभारत, वनपर्व[1] में हुआ है, जहाँ इसका उल्लेख इस प्रकार है-
'ताम्रारुणं समासाद्य ब्रह्मचारी समाहित:, अश्वमेधभवाप्नोति ब्रह्मलोकं च गच्छति'[2]
- उपर्युक्त प्रसंग से यह हिमालय का कोई तीर्थ स्थल जान पड़ता है।
|
|
|
|
|
ताम्रारुण का उल्लेख महाभारत, वनपर्व[1] में हुआ है, जहाँ इसका उल्लेख इस प्रकार है-
'ताम्रारुणं समासाद्य ब्रह्मचारी समाहित:, अश्वमेधभवाप्नोति ब्रह्मलोकं च गच्छति'[2]
|
|
|
|
|