महाकाल का उल्लेख हिन्दू धार्मिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है, जिसके अनुसार ये एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है।[1] महाकाल तीर्थ क्षेत्र की महानता केदार तीर्थ और बनारस (काशी) से भी अधिक मानी गयी है। सर्वाधिक पुण्यमय भूमि, अदभुत पापनाशी, अलौकिक शांति और मनोवांछित फल देने में इस क्षेत्र का पृथ्वी पर कोई सानी नहीं है।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 84 |
- ↑ देव नगरी उज्जयिनी (हिन्दी) Mahakal Ujjain।
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