"तिहारो दरस मोहे भावे -सूरदास": अवतरणों में अंतर
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मदन मोहन जू की खरी प्यारी, पटरानी जू कहावें ॥2॥ | मदन मोहन जू की खरी प्यारी, पटरानी जू कहावें ॥2॥ | ||
वृन्दावन में रास रच्यो हे, मोहन मुरली बजावे । | वृन्दावन में रास रच्यो हे, मोहन मुरली बजावे । | ||
सूरदास प्रभु तिहारे मिलन को, वेद विमल जस गावें | सूरदास प्रभु तिहारे मिलन को, वेद विमल जस गावें ॥3॥ | ||
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10:10, 1 नवम्बर 2014 का अवतरण
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तिहारो दरस मोहे भावे श्री यमुना जी । |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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