तप्तकुंभ पुराणानुसार एक बहुत भयानक नरक है, जहाँ बड़े-बड़े कड़ाहे खौलते तेल से भरे रहते हैं।[1] इन कड़ाहों में यम के गण अकृतज्ञ सरकारी नौकर, वर्जित स्त्री प्रसंग करने वाले आदि-आदि पापियों को फेंक देते हैं।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पौराणिक कोश |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संपादन: राणा प्रसाद शर्मा |पृष्ठ संख्या: 194 |
- ↑ ब्रह्मांडपुराण 4.2.147, 156; वायुपुराण 101.146, 154; विष्णुपुराण 2.6.2, 9-10
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