"संवर्तव्यापी": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
नवनीत कुमार (वार्ता | योगदान) |
नवनीत कुमार (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 8: | पंक्ति 8: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{पौराणिक स्थान}} | {{पौराणिक स्थान}} | ||
[[Category:महाभारत]][[Category: | [[Category:पौराणिक स्थान]][[Category:महाभारत]][[Category:ऐतिहासिक स्थल]][[Category:पौराणिक कोश]][[Category:महाभारत शब्दकोश]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ |
05:44, 7 मई 2016 के समय का अवतरण
संवर्तव्यापी का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। महाभारत वन पर्व के अनुसार यह एक दुर्लभ तीर्थ का नाम है, जहाँ स्नान करने से मनुष्य सुन्दर रूप का भाजन बन जाता है।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 507 |
- ↑ महाभारत वन पर्व 85.31
संबंधित लेख