"उष्ट्रकर्णिक": अवतरणों में अंतर

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<poem>'पांड्यांश्च द्रविडांश्चैव सहितांश्चोण्ड्रकेरलै:,  
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आंध्रा स्तालव नांश्चैव कलिंगानुष्ट्रकर्णिकान्।'<ref>[[सभा पर्व महाभारत]] 31, 71</ref></poem>
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[[सहदेव]] ने अपनी दिग्विजययात्रा के प्रसंग में इस देश को विजित किया था। संदर्भ से जान पड़ता है कि यह स्थान [[कलिंग]] या दक्षिण [[उड़ीसा]] अथवा [[आंध्र प्रदेश|आंध्र]] के निकट स्थित होगा।  
*[[सहदेव]] ने अपनी दिग्विजय यात्रा के प्रसंग में इस देश को विजित किया था।  
*संदर्भ से जान पड़ता है कि यह स्थान [[कलिंग]] या दक्षिण [[उड़ीसा]] अथवा [[आंध्र प्रदेश|आंध्र]] के निकट स्थित होगा।  






==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
*ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 103| विजयेन्द्र कुमार माथुर |  वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार
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==संबंधित लेख==
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06:54, 17 मई 2018 के समय का अवतरण

'पांड्यांश्च द्रविडांश्चैव सहितांश्चोण्ड्रकेरलै:,
आंध्रा स्तालव नांश्चैव कलिंगानुष्ट्रकर्णिकान्।'[1]

  • सहदेव ने अपनी दिग्विजय यात्रा के प्रसंग में इस देश को विजित किया था।
  • संदर्भ से जान पड़ता है कि यह स्थान कलिंग या दक्षिण उड़ीसा अथवा आंध्र के निकट स्थित होगा।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  • ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 103| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार


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