"इंद्रद्वीप": अवतरणों में अंतर

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*[[सहस्त्रबाहु और परशुराम|सहस्त्रबाहु और परशुराम]] ने इसे जीता था।
*[[सहस्त्रबाहु और परशुराम|सहस्त्रबाहु और परशुराम]] ने इसे जीता था।


<blockquote>'इंद्रद्वीपं कशेरू च ताम्रद्वीप गभस्तिमत्, गांधर्व वारुण द्वीपं सौम्याक्षमिति च प्रभुः'।<ref>महा. सभा., 38- दक्षिणात्य पाठ्</ref><ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारत डिस्कवरी पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=74|url=}}</ref></blockquote>  
<blockquote>'इंद्रद्वीपं कशेरू च ताम्रद्वीप गभस्तिमत्, गांधर्व वारुण द्वीपं सौम्याक्षमिति च प्रभुः'।<ref>[[महाभारत सभापर्व|महा. सभा.]], 38- दक्षिणात्य पाठ</ref><ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारत डिस्कवरी पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=74|url=}}</ref></blockquote>  





12:15, 22 जुलाई 2018 के समय का अवतरण

इंद्रद्वीप भारतवर्ष के उस भाग का नाम है, जो संभवतः सुमात्रा[1] का एक भाग था।

'इंद्रद्वीपं कशेरू च ताम्रद्वीप गभस्तिमत्, गांधर्व वारुण द्वीपं सौम्याक्षमिति च प्रभुः'।[2][3]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. दे. इंद्रपुर
  2. महा. सभा., 38- दक्षिणात्य पाठ
  3. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 74 |

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