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12:19, 16 मई 2018 का अवतरण
ऐरावतवर्ष भीष्म पर्व महाभारत में वर्णित एक स्थान है।
'उत्तरेण तु श्रृंगस्य समुद्रान्ते जनाधिप, वर्षमैरावतं नाम तस्माच्छंगमत: परम्, न तत्र सूर्यस्तपति न जीर्यन्ते च मानवा:'[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 115| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार
- ↑ भीष्म पर्व महाभारत 8, 10-11
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