मुण्ड

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
नवनीत कुमार (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 06:00, 19 फ़रवरी 2016 का अवतरण (''''मुण्ड''' का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभार...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

मुण्ड का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत में हुआ है। यह आधुनिक राँची का ज़िला था।[1]

  • महाभारत भीष्म पर्व के अनुसार मगध और कलिंग देश के योद्धा दासेरकगणों के साथ कवच धारण करके व्यूह के दायें पंख के स्थान में स्थित था। कारूष, विकुंज, मुण्ड और कुण्डीवृष आदि के योद्धा राजा बृहद्वल के साथ बायें पंख के स्थान में खड़े थे।[2]

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 87 |
  2. महाभारत भीष्म पर्व (हिन्दी) कृष्णकोश। अभिगमन तिथि: 19 फरवरी, 2016।

संबंधित लेख