"व्यासस्थली": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''व्यासस्थली''' का उल्लेख हिन्दू धार्मि...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
 
पंक्ति 6: पंक्ति 6:


*उपरोक्त प्रसंग से यह स्थान [[कुरूक्षेत्र]] ([[हरियाणा]]) के निकट जान पड़ता है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=884|url=}}</ref>
*उपरोक्त प्रसंग से यह स्थान [[कुरूक्षेत्र]] ([[हरियाणा]]) के निकट जान पड़ता है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=884|url=}}</ref>
*व्यासस्थली थानेसर के दक्षिण-पश्चिम में 17 मील दूर आधुनिक स्थली है, जहाँ [[व्यास]] ने पुत्र की हानि पर मर जाने का प्रण किया था।<ref>वनपर्व 84.96; [[नारदीय पुराण]], उत्तरार्ध 65.83 एवं [[पद्म पुराण]] 1.26.90-91</ref>


{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक= प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}

13:38, 13 दिसम्बर 2014 के समय का अवतरण

व्यासस्थली का उल्लेख हिन्दू धार्मिक ग्रन्थ महाभारत वनपर्व में हुआ है।

'ततो व्यासस्थली नाम यत्रव्यासेन धीमता पुत्रशोकाभितप्तेन देहत्यागेकृतामतिः। ततो देवैस्तु राजेन्द्र पुनरूत्थापितस्तदा।'

  • उपरोक्त प्रसंग से यह स्थान कुरूक्षेत्र (हरियाणा) के निकट जान पड़ता है।[2]
  • व्यासस्थली थानेसर के दक्षिण-पश्चिम में 17 मील दूर आधुनिक स्थली है, जहाँ व्यास ने पुत्र की हानि पर मर जाने का प्रण किया था।[3]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. वनपर्व 83,96-97
  2. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 884 |
  3. वनपर्व 84.96; नारदीय पुराण, उत्तरार्ध 65.83 एवं पद्म पुराण 1.26.90-91

संबंधित लेख