शिल्पी गोयल (चर्चा | योगदान) |
शिल्पी गोयल (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{पुनरीक्षण}} | {{पुनरीक्षण}} | ||
+ | {{संदर्भ|अगस्त्य|वातापि|इल्वल}} | ||
*[[इल्वल]] का ही दूसरा नाम आतापि था। | *[[इल्वल]] का ही दूसरा नाम आतापि था। | ||
*आतापि एक असुर था। | *आतापि एक असुर था। | ||
*इसके भाई का नाम [[वातापि]] था। | *इसके भाई का नाम [[वातापि]] था। | ||
*वे दोनों ही [[ब्राह्मण|ब्राह्मणों]] से घृणा करते थे और ब्राह्मणों की हत्या का उन्होंने संकल्प ले रखा था। दोनों मिलकर ऋषियों को दुःख देते थे और रहस्यपूर्ण ढंग से उन्हें मार भी डालते थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[इल्वल]] | *वे दोनों ही [[ब्राह्मण|ब्राह्मणों]] से घृणा करते थे और ब्राह्मणों की हत्या का उन्होंने संकल्प ले रखा था। दोनों मिलकर ऋषियों को दुःख देते थे और रहस्यपूर्ण ढंग से उन्हें मार भी डालते थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[इल्वल]] | ||
− | |||
{{संदर्भ ग्रंथ}} | {{संदर्भ ग्रंथ}} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== |
11:51, 4 जुलाई 2011 का अवतरण
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
- इल्वल का ही दूसरा नाम आतापि था।
- आतापि एक असुर था।
- इसके भाई का नाम वातापि था।
- वे दोनों ही ब्राह्मणों से घृणा करते थे और ब्राह्मणों की हत्या का उन्होंने संकल्प ले रखा था। दोनों मिलकर ऋषियों को दुःख देते थे और रहस्यपूर्ण ढंग से उन्हें मार भी डालते थे।{{#icon: Redirect-01.gif|ध्यान दें}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- इल्वल