गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) |
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*उस समय रावण अपनी कन्या अवली के विवाह में व्यस्त था। | *उस समय रावण अपनी कन्या अवली के विवाह में व्यस्त था। | ||
*लौटने पर समस्त समाचार जानकर रावण खर दूषण को मारने के लिए उद्धत हुआ किंतु [[मंदोदरी]] ने समझा-बुझाकर उसे शांत कर दिया। | *लौटने पर समस्त समाचार जानकर रावण खर दूषण को मारने के लिए उद्धत हुआ किंतु [[मंदोदरी]] ने समझा-बुझाकर उसे शांत कर दिया। | ||
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10:16, 14 जून 2011 का अवतरण
- मेघप्रभ के पुत्र खर दूषण ने रावण की अनुपस्थिती में उसकी बहन चंद्रनखा का अपहरण कर लिया।
- उस समय रावण अपनी कन्या अवली के विवाह में व्यस्त था।
- लौटने पर समस्त समाचार जानकर रावण खर दूषण को मारने के लिए उद्धत हुआ किंतु मंदोदरी ने समझा-बुझाकर उसे शांत कर दिया।
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