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खर और दूषण नामक दो पौराणिक चरित्र जो रावण के विमातृज (सौतेले भाई) थे।  
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खर और दूषण नामक दो पौराणिक चरित्र हैं जो [[रामायण]] के प्रमुख पात्र [[रावण]] के विमातृज (सौतेले भाई) थे।<ref>[[रामचरितमानस]] अरण्य 17-20 </ref>
*मेघप्रभ के पुत्र खर दूषण ने [[रावण]] की अनुपस्थिती में उसकी बहन चंद्रनखा का अपहरण कर लिया।
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*खर, पुष्पोत्कटा से और दूषण, वाका से ऋषि [[विश्रवा]] के पुत्र थे।<ref>[[वायु पुराण]] 70, 49-50</ref> 
*उस समय रावण अपनी कन्या अवली के विवाह में व्यस्त था।
 
*लौटने पर समस्त समाचार जानकर रावण खर दूषण को मारने के लिए उद्धत हुआ किंतु [[मंदोदरी]] ने समझा-बुझाकर उसे शांत कर दिया।
 
  
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*पुस्तक- पौराणिक कोश| पृष्ठ संख्या- 142|लेखक- राणा प्रसाद शर्मा 
 
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07:04, 12 अप्रैल 2012 का अवतरण

खर और दूषण नामक दो पौराणिक चरित्र हैं जो रामायण के प्रमुख पात्र रावण के विमातृज (सौतेले भाई) थे।[1]

  • खर, पुष्पोत्कटा से और दूषण, वाका से ऋषि विश्रवा के पुत्र थे।[2]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  • पुस्तक- पौराणिक कोश| पृष्ठ संख्या- 142|लेखक- राणा प्रसाद शर्मा

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