"गौरी" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (Text replace - "{{लेख प्रगति" to "{{प्रचार}} {{लेख प्रगति")
 
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 3: पंक्ति 3:
 
*वे [[देवी]], [[दुर्गा]], गौरी, [[पार्वती देवी|पार्वती]], [[उमा]] आदि 108 नामों से विख्यात हैं।  
 
*वे [[देवी]], [[दुर्गा]], गौरी, [[पार्वती देवी|पार्वती]], [[उमा]] आदि 108 नामों से विख्यात हैं।  
 
*उनसे अत्यधिक आत्मीयता होने के कारण ही शिव अर्धनारीश्वर कहलाये।  
 
*उनसे अत्यधिक आत्मीयता होने के कारण ही शिव अर्धनारीश्वर कहलाये।  
*उमा, अंबा, अंबालिका आदि विभिन्न नाम किसी न किसी मिथक से जुड़े हुए हैं।  
+
*उमा, अंबा, अंबालिका आदि विभिन्न नाम किसी न किसी [[मिथक]] से जुड़े हुए हैं।  
*शिव ने क्रोध का शमन करने की शक्ति भी पार्वती में ही है।  
+
*शिव ने क्रोध का [[शमन]] करने की शक्ति भी पार्वती में ही है।  
 
*आधुनिक काल में प्रचलित अनेक देवियों की मूलाधार पराशक्ति तथा परंपरा का आरंभ पूर्वोक्त तीन शक्तिस्वरूपा देवियां हैं।  
 
*आधुनिक काल में प्रचलित अनेक देवियों की मूलाधार पराशक्ति तथा परंपरा का आरंभ पूर्वोक्त तीन शक्तिस्वरूपा देवियां हैं।  
  

13:11, 30 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण

गौरी
  • गौरी (पार्वती) हिमालय की पुत्री तथा शिव की अर्द्धागिनी के रूप में अंकित हैं।
  • वे देवी, दुर्गा, गौरी, पार्वती, उमा आदि 108 नामों से विख्यात हैं।
  • उनसे अत्यधिक आत्मीयता होने के कारण ही शिव अर्धनारीश्वर कहलाये।
  • उमा, अंबा, अंबालिका आदि विभिन्न नाम किसी न किसी मिथक से जुड़े हुए हैं।
  • शिव ने क्रोध का शमन करने की शक्ति भी पार्वती में ही है।
  • आधुनिक काल में प्रचलित अनेक देवियों की मूलाधार पराशक्ति तथा परंपरा का आरंभ पूर्वोक्त तीन शक्तिस्वरूपा देवियां हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख