राधे तोरे नयनमों जदुबीर॥ध्रु०॥ आदी आदी रातमों बाल चमके। झीरमीर बरसत नीर॥1॥ मोर मुगुट पितांबर शोभे। कुंडल झलकत हीर॥2॥ मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर। चरणकमल शीर॥3॥