राग मलार लागी मोहिं नाम-खुमारी [1] हो॥ रिमझिम बरसै मेहड़ा [2] भीजै तन सारी [3] हो। चहुंदिस दमकै दामणी गरजै घन भारी हो॥ सतगुर भेद बताया खोली भरम -किंवारी [4] हो। सब घट दीसै आतमा सबहीसूं न्यारी हो॥ दीपग [5] जोऊं ग्यानका चढूं अगम अटारी [6] हो। मीरा दासी रामकी इमरत [7]बलिहारी हो॥