बरसै बदरिया सावन की -मीरां

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
प्रीति चौधरी (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:39, 7 सितम्बर 2011 का अवतरण ('{{पुनरीक्षण}} {| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"
बरसै बदरिया सावन की -मीरां
मीरांबाई
मीरांबाई
कवि मीरांबाई
जन्म 1498
जन्म स्थान मेरता, राजस्थान
मृत्यु 1547
मुख्य रचनाएँ बरसी का मायरा, गीत गोविंद टीका, राग गोविंद, राग सोरठ के पद
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
मीरांबाई की रचनाएँ

बरसै बदरिया सावन की,

सावन की मनभावन की ।

सावन में उमग्यो मेरो मनवा,

भनक सुनी हरि आवन की ॥

उमड घुमड चहुं दिस से आयो,

दामण दमके झर लावन की ।

नान्हीं नान्हीं बूंदन मेहा बरसै,

सीतल पवन सुहावन की ॥

मीरा के प्रभु गिरघर नागर,

आनन्द मंगल गावन की ॥

संबंधित लेख