अंग मोड़ना एक प्रचलित हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ -
1. शरीर के भागों को सिकोड़ना, लज्जा से देह छिपाना।
2. अंगड़ाई लेना।
प्रयोग - लज्जा के कारण उसने 'अंग मोड़' लिया।
- उदाहरण - "अंगन मोरति भोर उठी छिति पूरति अंग सुगंध झकोरन।"[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ व्यंगार्थ कौमुदी