खिलना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- अपने पूर्ण उत्कृष्ट रूप में प्रस्तुत होना।
प्रयोग- मेरीन ड्राइव की बत्तियाँ जल गई थीं, पर उनकी रोशनी अभी खिली नहीं थी। (कमलेश्वर)
खिलना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- अपने पूर्ण उत्कृष्ट रूप में प्रस्तुत होना।
प्रयोग- मेरीन ड्राइव की बत्तियाँ जल गई थीं, पर उनकी रोशनी अभी खिली नहीं थी। (कमलेश्वर)