आफ़त मचाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ-
- होहल्ला करना।
- जल्दी करने के लिए शोर मचाना।
प्रयोग-
- पता नही तुम्हें वहाँ से क्या मिलने को है जो तुमने वहाँ चलने के लिए आफ़त मचा रखी है।
- माँ उसे बैठाकर कोई काम करना चाहती तो वह आफ़त मचा देता। - (गिरिधर गोपाल)