आँखें सेंकना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- किसी क सुदर रुप देख-देखकर अपनी आँखों को तृप्त करना।
प्रयोग-
- तुम्हें देखते हैं रात दिन, आँखें सेंकते हैं रात दिन। -(देवीप्रसाद)
- बेटा तुम आँखें सेंक रहे थे और एहसान इस ग़रीब पर कि तुम्हारा इंतजार कर रहे थे। - (गिरिधर गोपाल)