ज़बान चलना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- बराबर कुछ कहते या बकते रहना।
प्रयोग- दीप्ति की माँ ने उससे कहा- "चुप रहा करो, आजकल तुम्हारी ज़बान चलने लगी है।
ज़बान चलना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- बराबर कुछ कहते या बकते रहना।
प्रयोग- दीप्ति की माँ ने उससे कहा- "चुप रहा करो, आजकल तुम्हारी ज़बान चलने लगी है।