माथा ठोंकना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- दुर्दशा या बदकिस्मती के कारण दुखी होना।
प्रयोग- जब उन्होंने सुना कि चार-पाँच साल से अच्छी जगहों पर रहने के बावजूद तीनो कमाऊ पूतों ने एक पैसा भी नहीं बचाया तो उन्होंने अपना माथा ठोंक लिया। (सुरेश सिन्हा)