कहीं ठिकाना न लगना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- किसी भी जगह शरण न मिलना।
प्रयोग- महीनों नौकरी की खोज में मारा मारा फिरा लेकिन कहीं ठिकाना न लगा। (प्रेमचंद)
कहीं ठिकाना न लगना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- किसी भी जगह शरण न मिलना।
प्रयोग- महीनों नौकरी की खोज में मारा मारा फिरा लेकिन कहीं ठिकाना न लगा। (प्रेमचंद)