करवट बदलना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ-
- लेटे हुए व्यक्ति का एक बल से दूसरे बल घूमना।
- एक दल या पक्ष छोड़कर दूसरे में जाना।
- स्थिति में परिवर्तन आना।
प्रयोग-
- उसने करवट बदलने की कोशिश की ज़रा हिली कि रग रग में दर्द दौड़ गया। (शिवानी)
- ज़माना रुकता नही वह तो करवटें बदलता रहता है।