आसन डिगना

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आसन डिगना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- गद्दी, पद आदि से हटने या हटाए जाने की स्थिति उत्पन्न होना ।

प्रयोग-

  1. दल-बदलओं के इस युग में किसी का आसन डोलते क्या देर लगती है। - (दिनमान)
  2. मगर, यहाँ मदन-दहन हो गया किसी देवता का आसन नहीं डोला। - (राजा राधिका रमण प्रसाद सिहं)


टीका टिप्पणी और संदर्भ

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