जंग लगना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- (व्यक्ति का) निस्तेज फलत: अकर्मण्य होना।
प्रयोग- कहीं डाका-वाका डाला जाए। ससुर ताले के अदंर पड़े-पड़े जंग लगी जा रही है।(अजित पुष्कल)
जंग लगना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- (व्यक्ति का) निस्तेज फलत: अकर्मण्य होना।
प्रयोग- कहीं डाका-वाका डाला जाए। ससुर ताले के अदंर पड़े-पड़े जंग लगी जा रही है।(अजित पुष्कल)