मुँह चिढ़ाना

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

मुँह चिढ़ाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- किसी की मुखाकृति अथवा उसके बोलने के ढंग की भददी नकल उतारकर उसे तुच्छ सिद्ध करना।

प्रयोग- ऐसा मालूम होता है कि मानो उच्छूंखलता संदेह होकर दूसरों को मुँह चिढ़ा रही हो। (प्रेमचंद)

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र