कालिख पोतना
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:06, 20 अप्रैल 2018 का अवतरण (Text replacement - "{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}" to "{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे2}}")
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
कालिख पोतना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- कलंकित करना।
प्रयोग- अब मेरी जान बख्शो मालती, क्यों मेरे मुँह पर कालिख पोत रही है। (प्रेमचंद)