अंत पाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- भेद जानना, मर्म जानना, रहस्य जानने या भेद लेने का प्रयत्न करना।
प्रयोग-
- जिसका कोई ओर-छोर न हो उसका अंत पाना संभव नहीं। - सीताराम चतुर्वेदी।
- यहाँ वह आया तो मेरा अंत ही लेने था, पर उसकी दाल नहीं गली। - प्रेमचंद।