"आँखें डबडबाना": अवतरणों में अंतर

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'''अर्थ'''- आँखों में आँसू भर आना।
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'''प्रयोग'''- [[शील व्रत|शीशे]] के सामने जाकर वह बहुत देर तक अपने को देखती रही थी, अपने रुप को परखती रही थी' तब उसने अपना चेहरा पहली बार कुरुप और बेडौल लगा था आँखें डबडबा आई थी। - (कमेल्शर)  
'''प्रयोग'''- शीशे के सामने जाकर वह बहुत देर तक अपने को देखती रही थी, अपने रुप को परखती रही थी' तब उसने अपना चेहरा पहली बार कुरुप और बेडौल लगा था आँखें डबडबा आई थी। - (कमेल्शर)  


==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
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12:09, 20 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण

आँखें डबडबाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- आँखों में आँसू भर आना।

प्रयोग- शीशे के सामने जाकर वह बहुत देर तक अपने को देखती रही थी, अपने रुप को परखती रही थी' तब उसने अपना चेहरा पहली बार कुरुप और बेडौल लगा था आँखें डबडबा आई थी। - (कमेल्शर)

टीका टिप्पणी और संदर्भ

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