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!कहावत लोकोक्ति मुहावरे | ! style="width:30%"| कहावत लोकोक्ति मुहावरे | ||
!अर्थ | ! style="width:70%"| अर्थ | ||
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| | | 1- मूंछ उखाड़े मुर्दा हल्को न होवे। | ||
1- मूंछ उखाड़े मुर्दा हल्को न होवे। | | अर्थ - छोटे-छोटे काम कर लेने से किसी बड़े काम में सफलता प्राप्त नहीं होती। बड़ा काम करने में छोटी-छोटी कोशिशें करने कोई मदद नहीं मिलती है, छोटे काम व्यर्थ ही कहे जाते हैं। | ||
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अर्थ - छोटे-छोटे काम कर लेने से किसी बड़े काम में सफलता प्राप्त नहीं होती। बड़ा काम करने में छोटी-छोटी कोशिशें करने कोई मदद नहीं मिलती है, छोटे काम व्यर्थ ही कहे जाते हैं। | |||
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|2- मुर्गी अपनी जान से गई, | |2- मुर्गी अपनी जान से गई, खाने वाले को स्वाद न आया। | ||
खाने वाले को स्वाद न आया। | |अर्थ - इतना भारी काम किया फिर भी सराहना नहीं हुई। | ||
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अर्थ - इतना भारी काम किया फिर भी सराहना नहीं हुई। | |||
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|3- [[मान न मान मैं तेरा मेहमान]] | |3- [[मान न मान मैं तेरा मेहमान]] | ||
| | |अर्थ - किसी व्यक्ति का ज़बरदस्ती का मेहमान होना। | ||
अर्थ - किसी व्यक्ति का ज़बरदस्ती का मेहमान होना। | |||
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|4- मक्खियाँ मारना। | |4- मक्खियाँ मारना। | ||
| | |अर्थ - ख़ाली बैठना, कुछ काम ना करना। | ||
अर्थ - ख़ाली बैठना, कुछ काम ना करना। | |||
|- | |- | ||
|5- मक्खी नाक पर न बैठने देना। | |5- मक्खी नाक पर न बैठने देना। | ||
| | |अर्थ - इज़्ज़त ख़राब न होने देना। | ||
अर्थ - इज़्ज़त ख़राब न होने देना। | |||
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|6- मज़ा किरकिरा होना। | |6- मज़ा किरकिरा होना। | ||
| | |अर्थ - आनन्द में विघ्न होना। | ||
अर्थ - आनन्द में विघ्न होना। | |||
|- | |- | ||
|7- मन के लड्डू (मनमोदक) खाना। | |7- मन के लड्डू (मनमोदक) खाना। | ||
| | |अर्थ - कल्पना करके प्रसन्न होना। | ||
अर्थ - कल्पना करके प्रसन्न होना। | |||
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|8- मन मैला करना। | |8- मन मैला करना। | ||
| | |अर्थ - खिन्न होना। | ||
अर्थ - खिन्न होना। | |||
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|9- माथा ठनकना। | |9- माथा ठनकना। | ||
| | |अर्थ - संशय होना। | ||
अर्थ - संशय होना। | |||
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|10- मिट्टी का माधो। | |10- मिट्टी का माधो। | ||
| | |अर्थ - नासमझ आदमी, बुद्धू। | ||
अर्थ - नासमझ आदमी, बुद्धू। | |||
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|11- मीठी छुरी चलाना। | |11- मीठी छुरी चलाना। | ||
| | |अर्थ - विश्वासघात करना। | ||
अर्थ - विश्वासघात करना। | |||
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|12- मुँह उतरना। | |12- मुँह उतरना। | ||
| | |अर्थ - उदास हो जाना। | ||
अर्थ - उदास हो जाना। | |||
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|13- मुँह की खाना। | |13- मुँह की खाना। | ||
| | |अर्थ - बुरी तरह हारना। | ||
अर्थ - बुरी तरह हारना। | |||
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|14- मुँह धो रखना / आना। | |14- मुँह धो रखना / आना। | ||
| | |अर्थ - आशा न रखना। | ||
अर्थ - आशा न रखना। | |||
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|15- मुँह पकड़ना। | |15- मुँह पकड़ना। | ||
| | |अर्थ - बोलने न देना। | ||
अर्थ - बोलने न देना। | |||
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|16- मुँह पर बसंत फूलना या खिलना। | |16- मुँह पर बसंत फूलना या खिलना। | ||
| | |अर्थ - भयभीत होना। | ||
अर्थ - भयभीत होना। | |||
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|17- मुँह बनाना। | |17- मुँह बनाना। | ||
| | |अर्थ - खीझ प्रकट करना। | ||
अर्थ - खीझ प्रकट करना। | |||
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|18- मुँह में पानी भर आना / लार टपकाना। | |18- मुँह में पानी भर आना / लार टपकाना। | ||
| | |अर्थ - खाने को जी करना। | ||
अर्थ - खाने को जी करना। | |||
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|19- मुट्ठी गरम करना। | |19- मुट्ठी गरम करना। | ||
| | |अर्थ - घूस देना। | ||
अर्थ - घूस देना। | |||
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|20- मैदान मारना। | |20- मैदान मारना। | ||
| | |अर्थ - लड़ाई जीतना। | ||
अर्थ - लड़ाई जीतना। | |||
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|21- मुट्ठी में करना। | |21- मुट्ठी में करना। | ||
| | |अर्थ - वश में करना। | ||
अर्थ - वश में करना। | |||
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|22- मोटा आदमी / असामी। | |22- मोटा आदमी / असामी। | ||
| | |अर्थ - धनी व्यक्ति। | ||
अर्थ - धनी व्यक्ति। | |||
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|23- मोहर लगा देना। | |23- मोहर लगा देना। | ||
| | |अर्थ - पुष्टि करना। | ||
अर्थ - पुष्टि करना। | |||
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|24- म्याऊँ का ठौर पकड़ना। | |24- म्याऊँ का ठौर पकड़ना। | ||
| | |अर्थ - खतरे में पड़ना। | ||
अर्थ - खतरे में पड़ना। | |||
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|25- [[मन चंगा तो कठौती में गंगा]] | |25- [[मन चंगा तो कठौती में गंगा]] | ||
| | |अर्थ - मन जो काम करने के लिए अन्त:करण से तैयार हो वही काम करना उचित है। | ||
अर्थ - मन जो काम करने के लिए अन्त:करण से तैयार हो वही काम करना उचित है। | |||
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|26- [[मज़ा आना|मज़ा आना/आ जाना]]। | |26- [[मज़ा आना|मज़ा आना/आ जाना]]। | ||
| | |अर्थ - तबीयत ख़ूब प्रसन्न होना। | ||
अर्थ - तबीयत ख़ूब प्रसन्न होना। | |||
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|27- [[मज़ा चखाना]]। | |27- [[मज़ा चखाना]]। | ||
| | |अर्थ - बदला लेना या इस बात का ज्ञान करा देना कि कष्ट कैसे भोगा जाता है। | ||
अर्थ - बदला लेना या इस बात का ज्ञान करा देना कि कष्ट कैसे भोगा जाता है। | |||
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|28- [[मज़ा पड़ना]]। | |28- [[मज़ा पड़ना]]। | ||
| | |अर्थ - किसी एसी बात या काम का चस्का पडना जिससे सुख मिलता हो। | ||
अर्थ - किसी एसी बात या काम का चस्का पडना जिससे सुख मिलता हो। | |||
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|29- मज़ाक उड़ाना। | |29- मज़ाक उड़ाना। | ||
| | |अर्थ - उपहास करना। | ||
अर्थ - उपहास करना। | |||
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|30- [[मज़ा लूटना|मज़ा/मज़े लूटना]]। | |30- [[मज़ा लूटना|मज़ा/मज़े लूटना]]। | ||
| | |अर्थ - ख़ूब मौज करना। | ||
अर्थ - ख़ूब मौज करना। | |||
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|31-[[मज़ाक समझना]]। | |31-[[मज़ाक समझना]]। | ||
| | |अर्थ - साधारण हँसी की बात अर्थात् उपेक्ष्य बात समझना। | ||
अर्थ - साधारण हँसी की बात | |||
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|32- [[मज़े से]]। | |32- [[मज़े से]]। | ||
| | |अर्थ - आसानी से, सरलता से या अच्छी तरह। | ||
अर्थ - आसानी से, सरलता से या अच्छी तरह। | |||
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|33- [[मटियामेट करना|मटियामेट करना/कर देना]]। | |33- [[मटियामेट करना|मटियामेट करना/कर देना]]। | ||
| | |अर्थ - नष्ट कर देना, न रहने देना। | ||
अर्थ - नष्ट कर देना, न रहने देना। | |||
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|34- [[मंत्र फूँकना|मंत्र फूँकना/फूँक देना]]। | |34- [[मंत्र फूँकना|मंत्र फूँकना/फूँक देना]]। | ||
| | |अर्थ - चमत्कार कर देना। | ||
अर्थ - चमत्कार कर देना। | |||
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|35- [[मक्खन लगाना]]। | |35- [[मक्खन लगाना]]। | ||
| | |अर्थ - ख़ुशामद करना। | ||
अर्थ - ख़ुशामद करना। | |||
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|36- [[मक्खी मारना|मक्खी/मक्खियाँ मारना]]। | |36- [[मक्खी मारना|मक्खी/मक्खियाँ मारना]]। | ||
| | |अर्थ - फ़ालतू बैठे या बेकार के काम करते रहना। | ||
अर्थ - | |||
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|37- [[मखौल लगना]]। | |37- [[मखौल लगना]]। | ||
| | |अर्थ - हास्यास्पद प्रतीत होना। | ||
अर्थ - हास्यास्पद प्रतीत होना। | |||
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|38- मगज़ | |38- मगज़ ख़ाली करना/कर देना। | ||
| | |अर्थ - बहुत बक-बक करके या दिमागी काम करके किसी का मस्तिष्क थकाना। | ||
अर्थ - बहुत बक-बक करके या दिमागी काम करके किसी का मस्तिष्क थकाना। | |||
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|39- मगज़ खौलना। | |39- मगज़ खौलना। | ||
| | |अर्थ - क्रोध के कारण दिमाग या मस्तिष्क खराब होना। | ||
अर्थ - क्रोध के कारण दिमाग या मस्तिष्क खराब होना। | |||
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|40- मगज़ चल जाना। | |40- मगज़ चल जाना। | ||
| | |अर्थ - दिमाग खराब हो जाना, पागल हो जाना। | ||
अर्थ - दिमाग खराब हो जाना, पागल हो जाना। | |||
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|41- [[मचल उठना]]। | |41- [[मचल उठना]]। | ||
| | |अर्थ - जिद करना। | ||
अर्थ - जिद करना। | |||
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|42- [[मचलने लगना]]। | |42- [[मचलने लगना]]। | ||
| | |अर्थ - हठपूर्वक छटपटाने लगना। | ||
अर्थ - हठपूर्वक छटपटाने लगना। | |||
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|43- मँझधार में फँसना। | |43- मँझधार में फँसना। | ||
| | |अर्थ - गहरे संकट में पड़ जाना। | ||
अर्थ - गहरे संकट में पड़ जाना। | |||
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|44- [[मक्खी की तहर निकाल देना|मक्खी की तहर निकाल देना/निकाल फेंकना]]। | |44- [[मक्खी की तहर निकाल देना|मक्खी की तहर निकाल देना/निकाल फेंकना]]। | ||
| | |अर्थ - उपेक्षापूर्वक किसी को किसी काम से बिल्कुल अलग कर देना। | ||
अर्थ - उपेक्षापूर्वक किसी को किसी काम से बिल्कुल अलग कर देना। | |||
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|45- [[मतलब निकालना|मतलब निकालना/गाँठना]]। | |45- [[मतलब निकालना|मतलब निकालना/गाँठना]]। | ||
| | |अर्थ - स्वार्थ सिद्ध करना। | ||
अर्थ - स्वार्थ सिद्ध करना। | |||
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|46- [[मति मारी जाना]]। | |46- [[मति मारी जाना]]। | ||
| | |अर्थ - बुद्धि का ठीक तरह से काम न करना। | ||
अर्थ - बुद्धि का ठीक तरह से काम न करना। | |||
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|47- [[मत्थे पड़ना]]। | |47- [[मत्थे पड़ना]]। | ||
| | |अर्थ -अप्रत्याशित उत्तरदायित्व उठाना। | ||
अर्थ -अप्रत्याशित उत्तरदायित्व उठाना। | |||
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|48- [[मत्थे मढ़ना]]। | |48- [[मत्थे मढ़ना]]। | ||
| | |अर्थ -ज़िम्मे लगाना, आरोपित करना। | ||
अर्थ -ज़िम्मे लगाना, आरोपित करना। | |||
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|49- मन अटकना। | |49- मन अटकना। | ||
| | |अर्थ - प्रेम-पात्र की ओर पूरी तरह से ध्यान खिंचना। | ||
अर्थ - प्रेम-पात्र की ओर पूरी तरह से ध्यान खिंचना। | |||
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|50- [[मन अनमना होना]]। | |50- [[मन अनमना होना]]। | ||
| | |अर्थ - उदासी के कारण मन का किसी ओर या किसी में न लगना। | ||
अर्थ - उदासी के कारण मन का किसी ओर या किसी में न लगना। | |||
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|51- मन आना। | |51- मन आना। | ||
| | |अर्थ - इच्छा या तबीयत होना। | ||
अर्थ - इच्छा या तबीयत होना। | |||
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|52- [[मन उचट जाना]]। | |52- [[मन उचट जाना]]। | ||
| | |अर्थ - ऊब या विरक्ति हो जाना। | ||
अर्थ - ऊब या विरक्ति हो जाना। | |||
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|53- [[मन कचोटना|मन कचोटना/कचोट जाना]]। | |53- [[मन कचोटना|मन कचोटना/कचोट जाना]]। | ||
| | |अर्थ - कष्ट, पश्चात्ताप, वियोग आदि के कारण मन में क्लेश या दु:ख होना। | ||
अर्थ - कष्ट, पश्चात्ताप, वियोग आदि के कारण मन में क्लेश या | |||
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|54- [[मन कड़ा करना]]। | |54- [[मन कड़ा करना]]। | ||
| | |अर्थ - हिम्मत करना। | ||
अर्थ - हिम्मत करना। | |||
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|55- [[मन कर आना]]। | |55- [[मन कर आना]]। | ||
| | |अर्थ - इच्छा जाग्रत होना। | ||
अर्थ - इच्छा जाग्रत होना। | |||
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|56- [[मर करना]]। | |56- [[मर करना]]। | ||
| | |अर्थ - इच्छा या प्रवृत्ति होना, जी चाहना। | ||
अर्थ - इच्छा या प्रवृत्ति होना, जी चाहना। | |||
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|57- [[मन कसना]]। | |57- [[मन कसना]]। | ||
| | |अर्थ - निश्चय करना। | ||
अर्थ - निश्चय करना। | |||
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|58- [[मन का मैला]]। | |58- [[मन का मैला]]। | ||
| | |अर्थ - मन में दुर्भाव रखने वाला। | ||
अर्थ - मन में दुर्भाव रखने वाला। | |||
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|59- [[मन की करना]]। | |59- [[मन की करना]]। | ||
| | |अर्थ - जो चाहना सो करना। | ||
अर्थ - जो चाहना सो करना। | |||
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|60- मन का राजा। | |60- मन का राजा। | ||
| | |अर्थ - स्वच्छंद विचरण करने वाला व्यक्ति। | ||
अर्थ - स्वच्छंद विचरण करने वाला व्यक्ति। | |||
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|61- [[मन की होना]]। | |61- [[मन की होना]]। | ||
| | |अर्थ - वही बात होना जिसे मन चाह रहा हो। | ||
अर्थ - वही बात होना जिसे मन चाह रहा हो। | |||
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|62- मन की मन मे रह जाना। | |62- मन की मन मे रह जाना। | ||
| | |अर्थ - साध पूरी न होना। | ||
अर्थ - साध पूरी न होना। | |||
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|63- [[मन को छूना]]। | |63- [[मन को छूना]]। | ||
| | |अर्थ - मन में सहानुभूति कृतज्ञता आदि का भाव जगाना। | ||
अर्थ - मन में सहानुभूति कृतज्ञता आदि का भाव जगाना। | |||
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|64- [[मन खटटा हो जाना]]। | |64- [[मन खटटा हो जाना]]। | ||
| | |अर्थ - किसी के प्रति मन में द्वेषभाव या घृणा उत्पन्न होना। | ||
अर्थ - किसी के प्रति मन में द्वेषभाव या घृणा उत्पन्न होना। | |||
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|65- मन के लड्डू खाना। | |65- मन के लड्डू खाना। | ||
| | |अर्थ - ऐसी बात सोचकर प्रसन्न होना जिसका पूरा होना असंभव हो, झूठी आशा पर प्रसन्न होना। | ||
अर्थ - ऐसी बात सोचकर प्रसन्न होना जिसका पूरा होना असंभव हो, झूठी आशा पर प्रसन्न होना। | |||
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|66- [[मन खटटा मीठा होना]]। | |66- [[मन खटटा मीठा होना]]। | ||
| | | अर्थ - मन में किसी के प्रति आकर्षण-विकर्षण एक साथ होना। | ||
अर्थ - मन में किसी के प्रति आकर्षण-विकर्षण एक साथ होना। | |||
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|67- [[मन खिल उठना]]। | |67- [[मन खिल उठना]]। | ||
| | |अर्थ - तबीयत ख़ुश हो जाना, मन उत्फुल्ल होना। | ||
अर्थ - तबीयत ख़ुश हो जाना, मन उत्फुल्ल होना। | |||
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|68- मन ख़राब करना। | |68- मन ख़राब करना। | ||
| | |अर्थ - मन में किसी प्रकार दुर्भाव लाना। | ||
अर्थ - मन में किसी प्रकार दुर्भाव लाना। | |||
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|69- [[मन खोया खोया रहना]]। | |69- [[मन खोया खोया रहना]]। | ||
| | |अर्थ - मन उदास तथा उद्विग्न रहना। | ||
अर्थ - मन उदास तथा उद्विग्न रहना। | |||
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|70- [[मन जमना]]। | |70- [[मन जमना]]। | ||
| | |अर्थ - मन का पूर्णतः आश्वस्त होना। | ||
अर्थ - मन का पूर्णतः | |||
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|71- [[मन जीतना]]। | |71- [[मन जीतना]]। | ||
| | |अर्थ - इच्छाओं पर विजय पाना। | ||
अर्थ - इच्छाओं पर विजय पाना। | |||
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|72- [[मन टटोलना]]। | |72- [[मन टटोलना]]। | ||
| | |अर्थ - बातों ही बातों में किसी के भावों, विचारों आदि से परिचित होने का प्रयत्न करना। | ||
अर्थ - बातों ही बातों में किसी के भावों, विचारों आदि से परिचित होने का प्रयत्न करना। | |||
|- | |- | ||
|73- [[मन टूटना]]। | |73- [[मन टूटना]]। | ||
| | |अर्थ - उत्साह, उमंग, साहस आदि का नाश या ह्रास होना। | ||
अर्थ - उत्साह, उमंग, साहस आदि का नाश या ह्रास होना। | |||
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|74- [[मन ठिकाने न होना]]। | |74- [[मन ठिकाने न होना]]। | ||
| | |अर्थ - चित्त स्थित या शांत न होना। | ||
अर्थ - चित्त स्थित या शांत न होना। | |||
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|75- [[मन डूबना]]। | |75- [[मन डूबना]]। | ||
| | |अर्थ - मानसिक शक्तियों का ह्रास होना। | ||
अर्थ - मानसिक शक्तियों का ह्रास होना। | |||
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|76- [[मन डोलना]]। | |76- [[मन डोलना]]। | ||
| | |अर्थ - मन का विचलित होना। | ||
अर्थ - मन का विचलित होना। | |||
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|77- [[मन तरसना]]। | |77- [[मन तरसना]]। | ||
| | |अर्थ - प्राप्ति के लिए मन में प्रबल इच्छा होना। | ||
अर्थ - प्राप्ति के लिए मन में प्रबल इच्छा होना। | |||
|- | |- | ||
|78- [[मन तोड़ना]]। | |78- [[मन तोड़ना]]। | ||
| | |अर्थ - दूसरे की इच्छा को कुचल देना अथवा उसके मन की बात न करके उसे हतोत्साहित करना। | ||
अर्थ - दूसरे की इच्छा को कुचल देना अथवा उसके मन की बात न करके उसे हतोत्साहित करना। | |||
|- | |- | ||
|79- मन तौलना। | |79- मन तौलना। | ||
| | |अर्थ - यह जानने का प्रयत्न करना कि कोई किसी बात पर कहाँ तक स्थिर रह सकता है। | ||
अर्थ - यह जानने का प्रयत्न करना कि कोई किसी बात पर कहाँ तक स्थिर रह सकता है। | |||
|- | |- | ||
|80- [[मन न भरना]]। | |80- [[मन न भरना]]। | ||
| | |अर्थ - पूर्ण संतुष्टि या तृप्ति न होना। | ||
अर्थ - पूर्ण संतुष्टि या तृप्ति न होना। | |||
|- | |- | ||
|81- [[मन नाच उठना]]। | |81- [[मन नाच उठना]]। | ||
| | |अर्थ - अत्यंत प्रसन्नता होना। | ||
अर्थ - अत्यंत प्रसन्नता होना। | |||
|- | |- | ||
|82- [[मन पक्का करना]]। | |82- [[मन पक्का करना]]। | ||
| | |अर्थ - निश्चय करना। | ||
अर्थ - निश्चय करना। | |||
|- | |- | ||
|83- [[मन फट जाना]]। | |83- [[मन फट जाना]]। | ||
| | |अर्थ - मन में किसी के प्रति सभ्दाव न रह जाना। | ||
अर्थ - मन में किसी के प्रति सभ्दाव न रह जाना। | |||
|- | |- | ||
|84- [[मन फिर जाना]]। | |84- [[मन फिर जाना]]। | ||
| | |अर्थ - विमुख होना। | ||
अर्थ - | |- | ||
|85- [[मन फिसलना|मन फिसलना/फिसल जाना]]। | |||
| अर्थ - मन का किसी पर मुग्ध हो जाना। | |||
|- | |||
|86- [[मन फेरना|मन फेरना/फेर लेना]]। | |||
| अर्थ - ध्यान से हटा या उतार देना, प्रवृत्ति दूसरी ओर करना। | |||
|- | |||
|87- [[मन बँटना]]। | |||
| अर्थ - ध्यान बँटना। | |||
|- | |||
|88- [[मन बढ़ना]]। | |||
| अर्थ - उत्साह बढ़़ना। | |||
|- | |||
|89- मन बढ़ाना। | |||
| अर्थ - उत्साहित करना। | |||
|- | |||
|90- [[मन बदल जाना]]। | |||
| अर्थ - विचार परिवर्तन हो जाना। | |||
|- | |||
|91- [[मन बहलाना]]। | |||
| अर्थ - ऐसा काम करना जिससे मनोरंजन हो। | |||
|- | |||
|92- [[मन बाँध लेना]]। | |||
| अर्थ - पुरी तरह से आकृष्ट तथा मुग्ध कर लेना। | |||
|- | |||
|93- [[मन बोलना]]। | |||
| अर्थ - अंदर से अंतरात्मा की आवाज़ आना। | |||
|- | |||
|94-[[मन भटकना]]। | |||
| अर्थ -मन का किसी निश्चय पर न पहुँचकर तरह-तरह की बातें सोचते रहना। | |||
|- | |||
|95- [[मन भर जाना]]। | |||
| अर्थ - अनुराग या प्रवृत्ति न रह जाना। | |||
|- | |||
|96- [[मन भारी होना]]। | |||
| अर्थ - मन में किसी प्रकार की अस्वस्थता का अनुभव या बोध होना। | |||
|- | |||
|97- [[मन मानना]]। | |||
|अर्थ - मन को प्रिय प्रतीत हेाना। | |||
|- | |||
|98- [[मन मारना]]। | |||
|अर्थ - जेब मे पैसा न होने से ये भी मन मार कर बैठ गए हैं। | |||
|- | |||
|99- मन मिलना। | |||
|अर्थ - प्रकृति, प्रवृत्ति, रुचि, विचार आदि की समानता के कारण किसी से आत्मीयता का संबंध होना। | |||
|- | |||
|100- [[मन में आना]]। | |||
|अर्थ - किसी काम या बात के लिए मन में कोई भाव या विचार उत्पन्न होना। | |||
|- | |||
|101- [[मन में घर करना]]। | |||
|अर्थ - मन में स्थान बना लेना, किसी का आदर-भाव या प्रेम -भाव प्राप्त करना। | |||
|- | |||
|102- [[मन में न जमना]]। | |||
|अर्थ - उपयुक्त या युक्तिसंगत न प्रतीत होना। | |||
|- | |||
|103- [[मन में पानी भर आना]]। | |||
|अर्थ - किसी को प्राप्त कर लेने की मन में तीव्र इच्छा होना। | |||
|- | |||
|104- [[मन में बात उठना]]। | |||
|अर्थ - विचार उत्पन्न होना। | |||
|- | |||
|105- [[मन में बैठना]]। | |||
|अर्थ - मन में जम जाना, मन में घर कर लेना। | |||
|- | |||
|106- [[मन में बैठाना|मन में बैठाना/बैठा देना]]। | |||
|अर्थ - अच्छी तरह समझा देना और उसे उसका अनुयायी बना देना। | |||
|- | |||
|107- [[मन मोम हो जाना]]। | |||
|अर्थ - हृदय द्रवित हो जाना। | |||
|- | |||
|108- [[मन मोह लेना]]। | |||
|अर्थ - पूर्णतः आसक्त या मुग्ध कर लेना। | |||
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|109- [[मन रखना]]। | |||
|अर्थ - प्रसन्न रखने के लिए उसकी इच्छा के अनुसार काम करना। | |||
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|110- मन मैला करना। | |||
|अर्थ - किसी की ओर से अपने मन में दुर्भाव, द्वेष या वैर-विरोध रखना। | |||
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|111- [[मन रखने को]]। | |||
|अर्थ - दिखाने को, ऊपरी मद से। | |||
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|112- मन में रखना। | |||
|अर्थ - मन में अच्छी तरह छिपाकर रखना; किसी पर प्रकट न होने देना। | |||
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|113- [[मन लगना]]। | |||
|अर्थ - जी लगना। | |||
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|114- [[मन में लाना]]। | |||
|अर्थ - विचार करन; सोचना, कोई काम करने का विचार या संकल्प करना। | |||
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|115- मन में समाना। | |||
|अर्थ - किसी व्यक्ति, चीज़ या बात का मन में अपनी जगह बना लेना, मन में घर कर लेना। | |||
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|116- [[मन लगाकर]]। | |||
|अर्थ - दत्तवित होकर, अत्यंत सावधानी से। | |||
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|117- [[मन लहराना]]। | |||
|अर्थ - हृदय में अत्यधिक हर्ष होना। | |||
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|118- [[मन लेना]]। | |||
|अर्थ - किसी के मन की बात की थाह या पता लेना। | |||
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|119- [[मन से उतरना|मन से उतरना/उतर जाना]]। | |||
|अर्थ - विस्मृत हो जाना, भाव न रह जाना। | |||
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|120- [[मन हटना]]। | |||
|अर्थ - विरक्ति होना। | |||
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|121- मन्नत उतारना। | |||
|अर्थ - संकल्पित पूजा की प्रतिज्ञा पूरी करना। | |||
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|122- [[मन हरण करना|मन हरण करना/कर लेना]]। | |||
|अर्थ - मुग्ध कर लेना, अपना बना लेना। | |||
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|123- [[मन हरा होना|मन हरा होना/हो जाना]]। | |||
|अर्थ - मन का प्रसन्न तथा प्रफुल्लित हो जाना। | |||
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|124- मन का ढलकना। | |||
|अर्थ - गरदन टेढ़ी होना। | |||
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|125- [[मन हलका होना]]। | |||
|अर्थ - मन पर पड़ा हुआ बोझ उतरना। | |||
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|126- [[मन होना|मन होना/हो आना]]। | |||
|अर्थ - इच्छा होना। | |||
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|127- मन लाना। | |||
|अर्थ - जो लगाना, धारणा बनाना। | |||
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|128- मरकर बचना। | |||
|अर्थ - मरने से किसी प्रकार बच जाना। | |||
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|129- [[मरकर भी]]। | |||
|अर्थ - सब तरह के प्रयत्न करके भी। | |||
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|130- [[मर मिटना]]। | |||
|अर्थ - सब-कुछ गँवाना तथा जान तक दे देना। | |||
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|131-मरते को मारना। | |||
|दुखी व्यक्ति को और अधिक सताना। | |||
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|132- [[मरते दम तक]]। | |||
|अर्थ - अन्तिम साँस लेने तक। | |||
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|133- [[मरना]]। | |||
|अर्थ - अत्यधिक प्यार करना। | |||
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|134-[[मरना पड़ना]]। | |||
|अर्थ - घोर कष्ट सहना। | |||
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|135-[[मरम्मत करना]]। | |||
|अर्थ - मारना-पीटना। | |||
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|136- [[मर्ज होना]]। | |||
|आदत होना। | |||
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|137- [[मर्द का काम]]। | |||
|अर्थ - साहस का काम। | |||
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|138- [[मन साफ़ होना]]। | |||
|अर्थ - मन में किसी प्रकार का दुर्भाव न होना। | |||
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|139- [[मर्दानगी दिखाना]]। | |||
|अर्थ - वीरता दिखाना। | |||
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12:14, 20 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें
कहावत लोकोक्ति मुहावरे | अर्थ |
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1- मूंछ उखाड़े मुर्दा हल्को न होवे। | अर्थ - छोटे-छोटे काम कर लेने से किसी बड़े काम में सफलता प्राप्त नहीं होती। बड़ा काम करने में छोटी-छोटी कोशिशें करने कोई मदद नहीं मिलती है, छोटे काम व्यर्थ ही कहे जाते हैं। |
2- मुर्गी अपनी जान से गई, खाने वाले को स्वाद न आया। | अर्थ - इतना भारी काम किया फिर भी सराहना नहीं हुई। |
3- मान न मान मैं तेरा मेहमान | अर्थ - किसी व्यक्ति का ज़बरदस्ती का मेहमान होना। |
4- मक्खियाँ मारना। | अर्थ - ख़ाली बैठना, कुछ काम ना करना। |
5- मक्खी नाक पर न बैठने देना। | अर्थ - इज़्ज़त ख़राब न होने देना। |
6- मज़ा किरकिरा होना। | अर्थ - आनन्द में विघ्न होना। |
7- मन के लड्डू (मनमोदक) खाना। | अर्थ - कल्पना करके प्रसन्न होना। |
8- मन मैला करना। | अर्थ - खिन्न होना। |
9- माथा ठनकना। | अर्थ - संशय होना। |
10- मिट्टी का माधो। | अर्थ - नासमझ आदमी, बुद्धू। |
11- मीठी छुरी चलाना। | अर्थ - विश्वासघात करना। |
12- मुँह उतरना। | अर्थ - उदास हो जाना। |
13- मुँह की खाना। | अर्थ - बुरी तरह हारना। |
14- मुँह धो रखना / आना। | अर्थ - आशा न रखना। |
15- मुँह पकड़ना। | अर्थ - बोलने न देना। |
16- मुँह पर बसंत फूलना या खिलना। | अर्थ - भयभीत होना। |
17- मुँह बनाना। | अर्थ - खीझ प्रकट करना। |
18- मुँह में पानी भर आना / लार टपकाना। | अर्थ - खाने को जी करना। |
19- मुट्ठी गरम करना। | अर्थ - घूस देना। |
20- मैदान मारना। | अर्थ - लड़ाई जीतना। |
21- मुट्ठी में करना। | अर्थ - वश में करना। |
22- मोटा आदमी / असामी। | अर्थ - धनी व्यक्ति। |
23- मोहर लगा देना। | अर्थ - पुष्टि करना। |
24- म्याऊँ का ठौर पकड़ना। | अर्थ - खतरे में पड़ना। |
25- मन चंगा तो कठौती में गंगा | अर्थ - मन जो काम करने के लिए अन्त:करण से तैयार हो वही काम करना उचित है। |
26- मज़ा आना/आ जाना। | अर्थ - तबीयत ख़ूब प्रसन्न होना। |
27- मज़ा चखाना। | अर्थ - बदला लेना या इस बात का ज्ञान करा देना कि कष्ट कैसे भोगा जाता है। |
28- मज़ा पड़ना। | अर्थ - किसी एसी बात या काम का चस्का पडना जिससे सुख मिलता हो। |
29- मज़ाक उड़ाना। | अर्थ - उपहास करना। |
30- मज़ा/मज़े लूटना। | अर्थ - ख़ूब मौज करना। |
31-मज़ाक समझना। | अर्थ - साधारण हँसी की बात अर्थात् उपेक्ष्य बात समझना। |
32- मज़े से। | अर्थ - आसानी से, सरलता से या अच्छी तरह। |
33- मटियामेट करना/कर देना। | अर्थ - नष्ट कर देना, न रहने देना। |
34- मंत्र फूँकना/फूँक देना। | अर्थ - चमत्कार कर देना। |
35- मक्खन लगाना। | अर्थ - ख़ुशामद करना। |
36- मक्खी/मक्खियाँ मारना। | अर्थ - फ़ालतू बैठे या बेकार के काम करते रहना। |
37- मखौल लगना। | अर्थ - हास्यास्पद प्रतीत होना। |
38- मगज़ ख़ाली करना/कर देना। | अर्थ - बहुत बक-बक करके या दिमागी काम करके किसी का मस्तिष्क थकाना। |
39- मगज़ खौलना। | अर्थ - क्रोध के कारण दिमाग या मस्तिष्क खराब होना। |
40- मगज़ चल जाना। | अर्थ - दिमाग खराब हो जाना, पागल हो जाना। |
41- मचल उठना। | अर्थ - जिद करना। |
42- मचलने लगना। | अर्थ - हठपूर्वक छटपटाने लगना। |
43- मँझधार में फँसना। | अर्थ - गहरे संकट में पड़ जाना। |
44- मक्खी की तहर निकाल देना/निकाल फेंकना। | अर्थ - उपेक्षापूर्वक किसी को किसी काम से बिल्कुल अलग कर देना। |
45- मतलब निकालना/गाँठना। | अर्थ - स्वार्थ सिद्ध करना। |
46- मति मारी जाना। | अर्थ - बुद्धि का ठीक तरह से काम न करना। |
47- मत्थे पड़ना। | अर्थ -अप्रत्याशित उत्तरदायित्व उठाना। |
48- मत्थे मढ़ना। | अर्थ -ज़िम्मे लगाना, आरोपित करना। |
49- मन अटकना। | अर्थ - प्रेम-पात्र की ओर पूरी तरह से ध्यान खिंचना। |
50- मन अनमना होना। | अर्थ - उदासी के कारण मन का किसी ओर या किसी में न लगना। |
51- मन आना। | अर्थ - इच्छा या तबीयत होना। |
52- मन उचट जाना। | अर्थ - ऊब या विरक्ति हो जाना। |
53- मन कचोटना/कचोट जाना। | अर्थ - कष्ट, पश्चात्ताप, वियोग आदि के कारण मन में क्लेश या दु:ख होना। |
54- मन कड़ा करना। | अर्थ - हिम्मत करना। |
55- मन कर आना। | अर्थ - इच्छा जाग्रत होना। |
56- मर करना। | अर्थ - इच्छा या प्रवृत्ति होना, जी चाहना। |
57- मन कसना। | अर्थ - निश्चय करना। |
58- मन का मैला। | अर्थ - मन में दुर्भाव रखने वाला। |
59- मन की करना। | अर्थ - जो चाहना सो करना। |
60- मन का राजा। | अर्थ - स्वच्छंद विचरण करने वाला व्यक्ति। |
61- मन की होना। | अर्थ - वही बात होना जिसे मन चाह रहा हो। |
62- मन की मन मे रह जाना। | अर्थ - साध पूरी न होना। |
63- मन को छूना। | अर्थ - मन में सहानुभूति कृतज्ञता आदि का भाव जगाना। |
64- मन खटटा हो जाना। | अर्थ - किसी के प्रति मन में द्वेषभाव या घृणा उत्पन्न होना। |
65- मन के लड्डू खाना। | अर्थ - ऐसी बात सोचकर प्रसन्न होना जिसका पूरा होना असंभव हो, झूठी आशा पर प्रसन्न होना। |
66- मन खटटा मीठा होना। | अर्थ - मन में किसी के प्रति आकर्षण-विकर्षण एक साथ होना। |
67- मन खिल उठना। | अर्थ - तबीयत ख़ुश हो जाना, मन उत्फुल्ल होना। |
68- मन ख़राब करना। | अर्थ - मन में किसी प्रकार दुर्भाव लाना। |
69- मन खोया खोया रहना। | अर्थ - मन उदास तथा उद्विग्न रहना। |
70- मन जमना। | अर्थ - मन का पूर्णतः आश्वस्त होना। |
71- मन जीतना। | अर्थ - इच्छाओं पर विजय पाना। |
72- मन टटोलना। | अर्थ - बातों ही बातों में किसी के भावों, विचारों आदि से परिचित होने का प्रयत्न करना। |
73- मन टूटना। | अर्थ - उत्साह, उमंग, साहस आदि का नाश या ह्रास होना। |
74- मन ठिकाने न होना। | अर्थ - चित्त स्थित या शांत न होना। |
75- मन डूबना। | अर्थ - मानसिक शक्तियों का ह्रास होना। |
76- मन डोलना। | अर्थ - मन का विचलित होना। |
77- मन तरसना। | अर्थ - प्राप्ति के लिए मन में प्रबल इच्छा होना। |
78- मन तोड़ना। | अर्थ - दूसरे की इच्छा को कुचल देना अथवा उसके मन की बात न करके उसे हतोत्साहित करना। |
79- मन तौलना। | अर्थ - यह जानने का प्रयत्न करना कि कोई किसी बात पर कहाँ तक स्थिर रह सकता है। |
80- मन न भरना। | अर्थ - पूर्ण संतुष्टि या तृप्ति न होना। |
81- मन नाच उठना। | अर्थ - अत्यंत प्रसन्नता होना। |
82- मन पक्का करना। | अर्थ - निश्चय करना। |
83- मन फट जाना। | अर्थ - मन में किसी के प्रति सभ्दाव न रह जाना। |
84- मन फिर जाना। | अर्थ - विमुख होना। |
85- मन फिसलना/फिसल जाना। | अर्थ - मन का किसी पर मुग्ध हो जाना। |
86- मन फेरना/फेर लेना। | अर्थ - ध्यान से हटा या उतार देना, प्रवृत्ति दूसरी ओर करना। |
87- मन बँटना। | अर्थ - ध्यान बँटना। |
88- मन बढ़ना। | अर्थ - उत्साह बढ़़ना। |
89- मन बढ़ाना। | अर्थ - उत्साहित करना। |
90- मन बदल जाना। | अर्थ - विचार परिवर्तन हो जाना। |
91- मन बहलाना। | अर्थ - ऐसा काम करना जिससे मनोरंजन हो। |
92- मन बाँध लेना। | अर्थ - पुरी तरह से आकृष्ट तथा मुग्ध कर लेना। |
93- मन बोलना। | अर्थ - अंदर से अंतरात्मा की आवाज़ आना। |
94-मन भटकना। | अर्थ -मन का किसी निश्चय पर न पहुँचकर तरह-तरह की बातें सोचते रहना। |
95- मन भर जाना। | अर्थ - अनुराग या प्रवृत्ति न रह जाना। |
96- मन भारी होना। | अर्थ - मन में किसी प्रकार की अस्वस्थता का अनुभव या बोध होना। |
97- मन मानना। | अर्थ - मन को प्रिय प्रतीत हेाना। |
98- मन मारना। | अर्थ - जेब मे पैसा न होने से ये भी मन मार कर बैठ गए हैं। |
99- मन मिलना। | अर्थ - प्रकृति, प्रवृत्ति, रुचि, विचार आदि की समानता के कारण किसी से आत्मीयता का संबंध होना। |
100- मन में आना। | अर्थ - किसी काम या बात के लिए मन में कोई भाव या विचार उत्पन्न होना। |
101- मन में घर करना। | अर्थ - मन में स्थान बना लेना, किसी का आदर-भाव या प्रेम -भाव प्राप्त करना। |
102- मन में न जमना। | अर्थ - उपयुक्त या युक्तिसंगत न प्रतीत होना। |
103- मन में पानी भर आना। | अर्थ - किसी को प्राप्त कर लेने की मन में तीव्र इच्छा होना। |
104- मन में बात उठना। | अर्थ - विचार उत्पन्न होना। |
105- मन में बैठना। | अर्थ - मन में जम जाना, मन में घर कर लेना। |
106- मन में बैठाना/बैठा देना। | अर्थ - अच्छी तरह समझा देना और उसे उसका अनुयायी बना देना। |
107- मन मोम हो जाना। | अर्थ - हृदय द्रवित हो जाना। |
108- मन मोह लेना। | अर्थ - पूर्णतः आसक्त या मुग्ध कर लेना। |
109- मन रखना। | अर्थ - प्रसन्न रखने के लिए उसकी इच्छा के अनुसार काम करना। |
110- मन मैला करना। | अर्थ - किसी की ओर से अपने मन में दुर्भाव, द्वेष या वैर-विरोध रखना। |
111- मन रखने को। | अर्थ - दिखाने को, ऊपरी मद से। |
112- मन में रखना। | अर्थ - मन में अच्छी तरह छिपाकर रखना; किसी पर प्रकट न होने देना। |
113- मन लगना। | अर्थ - जी लगना। |
114- मन में लाना। | अर्थ - विचार करन; सोचना, कोई काम करने का विचार या संकल्प करना। |
115- मन में समाना। | अर्थ - किसी व्यक्ति, चीज़ या बात का मन में अपनी जगह बना लेना, मन में घर कर लेना। |
116- मन लगाकर। | अर्थ - दत्तवित होकर, अत्यंत सावधानी से। |
117- मन लहराना। | अर्थ - हृदय में अत्यधिक हर्ष होना। |
118- मन लेना। | अर्थ - किसी के मन की बात की थाह या पता लेना। |
119- मन से उतरना/उतर जाना। | अर्थ - विस्मृत हो जाना, भाव न रह जाना। |
120- मन हटना। | अर्थ - विरक्ति होना। |
121- मन्नत उतारना। | अर्थ - संकल्पित पूजा की प्रतिज्ञा पूरी करना। |
122- मन हरण करना/कर लेना। | अर्थ - मुग्ध कर लेना, अपना बना लेना। |
123- मन हरा होना/हो जाना। | अर्थ - मन का प्रसन्न तथा प्रफुल्लित हो जाना। |
124- मन का ढलकना। | अर्थ - गरदन टेढ़ी होना। |
125- मन हलका होना। | अर्थ - मन पर पड़ा हुआ बोझ उतरना। |
126- मन होना/हो आना। | अर्थ - इच्छा होना। |
127- मन लाना। | अर्थ - जो लगाना, धारणा बनाना। |
128- मरकर बचना। | अर्थ - मरने से किसी प्रकार बच जाना। |
129- मरकर भी। | अर्थ - सब तरह के प्रयत्न करके भी। |
130- मर मिटना। | अर्थ - सब-कुछ गँवाना तथा जान तक दे देना। |
131-मरते को मारना। | दुखी व्यक्ति को और अधिक सताना। |
132- मरते दम तक। | अर्थ - अन्तिम साँस लेने तक। |
133- मरना। | अर्थ - अत्यधिक प्यार करना। |
134-मरना पड़ना। | अर्थ - घोर कष्ट सहना। |
135-मरम्मत करना। | अर्थ - मारना-पीटना। |
136- मर्ज होना। | आदत होना। |
137- मर्द का काम। | अर्थ - साहस का काम। |
138- मन साफ़ होना। | अर्थ - मन में किसी प्रकार का दुर्भाव न होना। |
139- मर्दानगी दिखाना। | अर्थ - वीरता दिखाना। |