"अंगार होना": अवतरणों में अंतर

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#जब उसने चंदा को घसीटते हुए देखा तो उसका रोम रोम अंगार हो गया। -(अजित पुष्कल)
#जब उसने चंदा को घसीटते हुए देखा तो उसका रोम रोम अंगार हो गया। -(अजित पुष्कल)
#आशिष सहज ही अपना चेहरा मेरी और घुमा लेता है। मैं देखता हुँ उसकी आँखें एकदम अँगार हो रही हैं। -(श्रवणकुमार)
#आशिष सहज ही अपना चेहरा मेरी और घुमा लेता है। मैं देखता हुँ उसकी आँखें एकदम अँगार हो रही हैं। -([[श्रवणकुमार]])




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==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
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[[Category:हिन्दी मुहावरे एवं लोकोक्ति कोश]]
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12:17, 20 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण

अंगार होना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- अंगारे की तरह जलना।

प्रयोग-

  1. जब उसने चंदा को घसीटते हुए देखा तो उसका रोम रोम अंगार हो गया। -(अजित पुष्कल)
  2. आशिष सहज ही अपना चेहरा मेरी और घुमा लेता है। मैं देखता हुँ उसकी आँखें एकदम अँगार हो रही हैं। -(श्रवणकुमार)


टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

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