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'''अर्थ'''- झूठा व्यक्ति।
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'''प्रयोग'''- अशोक एक ऐसा आदमी है, उसकी बातों पर भरोसा कभी नहीं करना चाहिए।
'''प्रयोग'''- रमेश की बातों का कभी विश्वास मत करना, वह '''ज़बान का कच्चा''' है।


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12:43, 21 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण

ज़बान का कच्चा एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- झूठा व्यक्ति।

प्रयोग- रमेश की बातों का कभी विश्वास मत करना, वह ज़बान का कच्चा है।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

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