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'''ज़माना लद जाना''' एक प्रचलित [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|लोकोक्ति]] अथवा [[हिन्दी]] मुहावरा है।
'''ज़माना लद जाना''' एक प्रचलित [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|लोकोक्ति]] अथवा [[हिन्दी]] मुहावरा है।


'''अर्थ'''- पुराना समय अब नहीं रहा, पुरानी स्थिति नहीं रही।
'''अर्थ''' - पुराना समय अब नहीं रहा, पुरानी स्थिति नहीं रही।


'''प्रयोग'''- चंबल में डाकुओं का बड़ा आतंक था, पर अब उनके दिन लद गये।
'''प्रयोग''' - वह '''ज़माना लद गया''', जब पाँच [[रुपया|रुपये]] में भी काफ़ी सामान आ जाया करता था।


==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
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==संबंधित लेख==
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12:46, 21 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण

ज़माना लद जाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ - पुराना समय अब नहीं रहा, पुरानी स्थिति नहीं रही।

प्रयोग - वह ज़माना लद गया, जब पाँच रुपये में भी काफ़ी सामान आ जाया करता था।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

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