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1- छोड़ै खाद जोत गहराई, | 1- छोड़ै खाद जोत गहराई, फिर खेती का मजा दिखाई। | ||
फिर खेती का मजा दिखाई। | | अर्थ - खाद छोड़कर खेत की गहरी जोत कर दी जाय तो खेती को बड़ा लाभ पहुँचता है। | ||
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अर्थ - खाद छोड़कर खेत की गहरी जोत कर दी जाय तो खेती को बड़ा लाभ पहुँचता है। | |||
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|2- छछूँदर के सिर में चमेली का तेल। | |2- छछूँदर के सिर में चमेली का तेल। | ||
| | | अर्थ - अयोग्य व्यक्ति को अच्छी चीज़ देना। | ||
अर्थ - अयोग्य व्यक्ति को अच्छी चीज़ देना। | |||
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|3- छाज (सूप) बोले तो बोले, | |3- छाज (सूप) बोले तो बोले, छलनी भी बोले जिसमें हज़ार छेद। | ||
छलनी भी बोले जिसमें हज़ार छेद। | | अर्थ - अपने अवगुणों को न देखकर दूसरों की आलोचना करने वाला। | ||
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अर्थ - अपने अवगुणों को न देखकर दूसरों की आलोचना करने वाला। | |||
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|4- छलनी कहे सूईं से तेरे पेट में छेद। | |4- छलनी कहे सूईं से तेरे पेट में छेद। | ||
| | | अर्थ - अपने अवगुणों को न देखकर दूसरों की आलोचना करने वाला। | ||
अर्थ - अपने अवगुणों को न देखकर दूसरों की आलोचना करने वाला। | |||
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|5- छटांक चून चौबारे रसोई। | |5- छटांक चून चौबारे रसोई। | ||
| | | अर्थ - मिथ्या और आडंबर। | ||
अर्थ - मिथ्या और आडंबर। | |||
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|6- छीकें कोई, नाक कटावे कोई। | |6- छीकें कोई, नाक कटावे कोई। | ||
| | | अर्थ - किसी के दोष का फल दूसरा भोगे। | ||
अर्थ - किसी के दोष का फल दूसरा भोगे। | |||
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|7- छुरी ख़रबूज़े पर गिरे या ख़रबूज़ा छुरी पर एक ही बात है। | |7- छुरी ख़रबूज़े पर गिरे या ख़रबूज़ा छुरी पर एक ही बात है। | ||
| | | अर्थ - दोनों तरह से हानि। | ||
अर्थ - दोनों तरह से हानि। | |||
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|8- छोटा मुँह बड़ी बात। | |8- छोटा मुँह बड़ी बात। | ||
| | | अर्थ - अपनी योग्यता से बढ़कर बात करना। | ||
अर्थ - अपनी योग्यता से बढ़कर बात करना। | |||
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|9- छोटे मियाँ तो छोटे मियाँ, बड़े मियाँ सुभानल्लाह। | |9- छोटे मियाँ तो छोटे मियाँ, बड़े मियाँ सुभानल्लाह। | ||
| | | अर्थ - छोटे से बड़ा, अवगुणों में भारी। | ||
अर्थ - छोटे से बड़ा, अवगुणों में भारी। | |||
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|10- छक्का-पंजा भूलना। | |10- छक्का-पंजा भूलना। | ||
| | | अर्थ - कुछ भी याद न रहना। | ||
अर्थ - कुछ भी याद न रहना। | |||
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|11- छक्के छूटना। | |11- छक्के छूटना। | ||
| | | अर्थ - बुद्धि चकरा जाना। | ||
अर्थ - बुद्धि चकरा जाना। | |||
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|12- छठी का दूध याद आना। | |12- छठी का दूध याद आना। | ||
| | | अर्थ - संकट में पिछले सुख की याद आना। | ||
अर्थ - संकट में पिछले सुख की याद आना। | |||
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|13- छप्पर फाड़कर देना। | |13- छप्पर फाड़कर देना। | ||
| | | अर्थ - बिना परिश्रम के एकदम से अधिक लाभ प्राप्त होना। | ||
अर्थ - बिना परिश्रम के एकदम से अधिक लाभ प्राप्त होना। | |||
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|14- छाँह न छूने देना। | |14- छाँह न छूने देना। | ||
| | | अर्थ - पास तक न आने देना। | ||
अर्थ - पास तक न आने देना। | |||
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|15- छाती छलनी हो जाना। | |15- छाती छलनी हो जाना। | ||
| | | अर्थ - लगातार दु:ख आते रहना। | ||
अर्थ - लगातार दु:ख आते रहना। | |||
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|16- छाती पर पत्थर रखना। | |16- छाती पर पत्थर रखना। | ||
| | | अर्थ - चुपचाप सहना। | ||
अर्थ - चुपचाप सहना। | |||
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|17- छाती पर मूँग दलना। | |17- छाती पर मूँग दलना। | ||
| | | अर्थ - बहुत कष्ट देना। | ||
अर्थ - बहुत कष्ट देना। | |||
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|18- छाती पर साँप लोटना। | |18- छाती पर साँप लोटना। | ||
| | | अर्थ - ईर्ष्या होना। | ||
अर्थ - ईर्ष्या होना। | |||
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|19- छूमंतर होना। | |19- छूमंतर होना। | ||
| | | अर्थ - गायब हो जाना। | ||
अर्थ - गायब हो जाना। | |- | ||
|20. [[छान मारना]] | |||
| अर्थ - छान डालना; किसी वस्तु, व्यक्ति आदि को भली प्रकार सब जगह ढूँढ लेना। | |||
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|21. [[छानी छवाना]] | |||
| अर्थ - किसी के रहने के लिए झोंपड़ी छाना। | |||
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|22. [[छाप डालना]] | |||
| अर्थ - अपना प्रभाव दूसरे पर लक्षित कर दिखाना। | |||
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|23. [[छाप पड़ना]] | |||
| अर्थ - प्रभाव लक्षित होना। | |||
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|24. [[छापा मारना]] | |||
| अर्थ - कुछ खोजने या किसी को पकड़ने के लिए पुलिस आदि का किसी जगह सहसा जा पहुँचना। | |||
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|25. [[छाया पड़ना]] | |||
| अर्थ - किसी के कलुषित या दुषित प्रभाव से युक्त होना। | |||
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|26. [[छाया भी न छू पाना]] | |||
| अर्थ - स्पर्श करना तो दूर, समीप भी न पहुँच पाना। | |||
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|27. [[छिछले पानी में तैरना]] | |||
| अर्थ - किसी विषय का बहुत ही स्थूल या थोड़ा ज्ञान होना, किसी विषय में पैठने में अक्षम होना। | |||
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|28. [[छिद्रान्वेषण करना]] | |||
| अर्थ - दोष दिखाना या निकालना। | |||
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|30. [[छिपा रुस्तम]] | |||
| अर्थ - ऐसा बहुत बड़ा बलवान व्यक्ति या दल जिसके बल के बारे में सामान्यत: लोगों को पता न हो। | |||
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|31. [[छींकते ही नाक कट जाना]] | |||
| अर्थ - आरंभ में ही बदनामी या हानि होना। | |||
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|32. [[छींका टूटना]] | |||
| अर्थ - संयोग से ही कोई अभीष्ट या वांछित घटना घटित होना। | |||
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|33. [[छींटा पड़ना]] | |||
| अर्थ - हल्की वर्षा होना। | |||
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|34. [[छींटाकशी करना]] | |||
| अर्थ - ताना मारना, बोली बोलना। | |||
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|35. [[छीछालेदर होना]] | |||
| अर्थ - दुर्गति होना। | |||
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|36. [[छुई-मुई]] | |||
| अर्थ - अत्यंत कोमल, अत्यंत लज्जाशील। | |||
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|37. [[छुटकारा पाना]] | |||
| अर्थ - मुक्त होना, मुक्ति प्राप्त होना। | |||
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|38. [[छुट्टा घूमना]] | |||
| अर्थ - आवारा पशु की तरह घूमना। | |||
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|39. [[छुट्टी देना]] | |||
| अर्थ - काम या पाबंदी से मुक्त करना। | |||
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|40. [[छुट्टी पाना]] | |||
| अर्थ - छुटकारा मिलना, बोझ सिर से उतरना। | |||
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|41. [[अगवा करना]] | |||
| अर्थ - अपहरण करना। | |||
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|42. [[छुट्टी मिलना]] | |||
| अर्थ - अवकाश मिलना, मुक्ति मिलना। | |||
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|43. [[छुरी चलाना]] | |||
| अर्थ - छुरी से प्रहार करना, बहुत बड़ा अहित करना। | |||
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|44. [[छु तक न जाना]] | |||
| अर्थ - किसी गुण से पूर्णत: रहित होना। | |||
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|45. [[छू पाना]] | |||
| अर्थ - प्रभावित करना, असर डालना। | |||
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|46. [[छू-मंतर]] | |||
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|47. [[छूट देना]] | |||
| अर्थ - स्वछंद आचरण करने देना। | |||
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|48. [[छूट न देना]] | |||
|अर्थ - अधिक खुलकर या स्वछंदतापूर्वक आचरण न करने देना। | |||
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|49. [[छूट मिलना]] | |||
|अर्थ - कोई कार्य विशेष या आचरण करने के लिए स्वतंत्रता मिलना। | |||
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|50. [[छूटा साँड़]] | |||
|अर्थ - आवारा आदमी। | |||
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|51. [[छूत छुड़ाना]] | |||
|अर्थ - पीछा छुड़ाने या नाममात्र के लिए यों ही (अवज्ञापूर्वक) कोई काम करना। | |||
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|52. [[छूत झाड़ना]] | |||
|अर्थ - प्रेत-बाधा दूर करना। | |||
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|53. [[छेड़ निकालना]] | |||
|अर्थ - चिढ़ाने के उद्देश्य से किसी का नाम रखना। | |||
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|54. [[छेड़ना]] | |||
|अर्थ - तंग करना। | |||
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|55. [[छेद छेदकर मारना]] | |||
|अर्थ - बहुत कष्ट देना। | |||
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|56. [[छेनी तोड़कर रख देना]] | |||
|अर्थ - छेनी से ऐसी अत्यंत उत्कृष्ट रचना तैयार करना जैसी जल्दी फिर न बन सके। | |||
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|57. [[छोटा आदमी]] | |||
|अर्थ - निम्न सामाजिक स्तर का व्यक्ति | |||
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|58. [[छोटा मुँह बड़ी बात]] | |||
|अर्थ - अनधिकारी द्वारा कही हुई कोई गैर-जिम्मेदारी की बात। | |||
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|59. [[छोटा-मोटा]] | |||
|अर्थ - साधारणत:। | |||
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|60. [[छोटी बात]] | |||
|अर्थ - टुच्चेपन की बात, ऐसी बात जिससे हेय मनोवृत्ति सूचित होती हो | |||
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|61. [[छोटे मुँह बड़ी बात कहना]] | |||
|अर्थ - अपने से बड़े की मर्यादा का समुचित ध्यान न रखते हुए कोई बात कहना। | |||
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|62. [[छोटे लोग]] | |||
|अर्थ - ग़रीब तबका। | |||
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|63. [[छोड़ देना]] | |||
|अर्थ - मुक्त कर देना; वसूल न करना, जाने देना। | |||
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|64. [[छोड़ना]] | |||
|अर्थ - शेष रहने देना (विशेषत: दूसरों के उपयोग के लिए)। | |||
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कहावत लोकोक्ति मुहावरे | अर्थ |
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1- छोड़ै खाद जोत गहराई, फिर खेती का मजा दिखाई। |
अर्थ - खाद छोड़कर खेत की गहरी जोत कर दी जाय तो खेती को बड़ा लाभ पहुँचता है। |
2- छछूँदर के सिर में चमेली का तेल। | अर्थ - अयोग्य व्यक्ति को अच्छी चीज़ देना। |
3- छाज (सूप) बोले तो बोले, छलनी भी बोले जिसमें हज़ार छेद। | अर्थ - अपने अवगुणों को न देखकर दूसरों की आलोचना करने वाला। |
4- छलनी कहे सूईं से तेरे पेट में छेद। | अर्थ - अपने अवगुणों को न देखकर दूसरों की आलोचना करने वाला। |
5- छटांक चून चौबारे रसोई। | अर्थ - मिथ्या और आडंबर। |
6- छीकें कोई, नाक कटावे कोई। | अर्थ - किसी के दोष का फल दूसरा भोगे। |
7- छुरी ख़रबूज़े पर गिरे या ख़रबूज़ा छुरी पर एक ही बात है। | अर्थ - दोनों तरह से हानि। |
8- छोटा मुँह बड़ी बात। | अर्थ - अपनी योग्यता से बढ़कर बात करना। |
9- छोटे मियाँ तो छोटे मियाँ, बड़े मियाँ सुभानल्लाह। | अर्थ - छोटे से बड़ा, अवगुणों में भारी। |
10- छक्का-पंजा भूलना। | अर्थ - कुछ भी याद न रहना। |
11- छक्के छूटना। | अर्थ - बुद्धि चकरा जाना। |
12- छठी का दूध याद आना। | अर्थ - संकट में पिछले सुख की याद आना। |
13- छप्पर फाड़कर देना। | अर्थ - बिना परिश्रम के एकदम से अधिक लाभ प्राप्त होना। |
14- छाँह न छूने देना। | अर्थ - पास तक न आने देना। |
15- छाती छलनी हो जाना। | अर्थ - लगातार दु:ख आते रहना। |
16- छाती पर पत्थर रखना। | अर्थ - चुपचाप सहना। |
17- छाती पर मूँग दलना। | अर्थ - बहुत कष्ट देना। |
18- छाती पर साँप लोटना। | अर्थ - ईर्ष्या होना। |
19- छूमंतर होना। | अर्थ - गायब हो जाना। |
20. छान मारना | अर्थ - छान डालना; किसी वस्तु, व्यक्ति आदि को भली प्रकार सब जगह ढूँढ लेना। |
21. छानी छवाना | अर्थ - किसी के रहने के लिए झोंपड़ी छाना। |
22. छाप डालना | अर्थ - अपना प्रभाव दूसरे पर लक्षित कर दिखाना। |
23. छाप पड़ना | अर्थ - प्रभाव लक्षित होना। |
24. छापा मारना | अर्थ - कुछ खोजने या किसी को पकड़ने के लिए पुलिस आदि का किसी जगह सहसा जा पहुँचना। |
25. छाया पड़ना | अर्थ - किसी के कलुषित या दुषित प्रभाव से युक्त होना। |
26. छाया भी न छू पाना | अर्थ - स्पर्श करना तो दूर, समीप भी न पहुँच पाना। |
27. छिछले पानी में तैरना | अर्थ - किसी विषय का बहुत ही स्थूल या थोड़ा ज्ञान होना, किसी विषय में पैठने में अक्षम होना। |
28. छिद्रान्वेषण करना | अर्थ - दोष दिखाना या निकालना। |
30. छिपा रुस्तम | अर्थ - ऐसा बहुत बड़ा बलवान व्यक्ति या दल जिसके बल के बारे में सामान्यत: लोगों को पता न हो। |
31. छींकते ही नाक कट जाना | अर्थ - आरंभ में ही बदनामी या हानि होना। |
32. छींका टूटना | अर्थ - संयोग से ही कोई अभीष्ट या वांछित घटना घटित होना। |
33. छींटा पड़ना | अर्थ - हल्की वर्षा होना। |
34. छींटाकशी करना | अर्थ - ताना मारना, बोली बोलना। |
35. छीछालेदर होना | अर्थ - दुर्गति होना। |
36. छुई-मुई | अर्थ - अत्यंत कोमल, अत्यंत लज्जाशील। |
37. छुटकारा पाना | अर्थ - मुक्त होना, मुक्ति प्राप्त होना। |
38. छुट्टा घूमना | अर्थ - आवारा पशु की तरह घूमना। |
39. छुट्टी देना | अर्थ - काम या पाबंदी से मुक्त करना। |
40. छुट्टी पाना | अर्थ - छुटकारा मिलना, बोझ सिर से उतरना। |
41. अगवा करना | अर्थ - अपहरण करना। |
42. छुट्टी मिलना | अर्थ - अवकाश मिलना, मुक्ति मिलना। |
43. छुरी चलाना | अर्थ - छुरी से प्रहार करना, बहुत बड़ा अहित करना। |
44. छु तक न जाना | अर्थ - किसी गुण से पूर्णत: रहित होना। |
45. छू पाना | अर्थ - प्रभावित करना, असर डालना। |
46. छू-मंतर | अर्थ - भाग जाना, पलायित होना। |
47. छूट देना | अर्थ - स्वछंद आचरण करने देना। |
48. छूट न देना | अर्थ - अधिक खुलकर या स्वछंदतापूर्वक आचरण न करने देना। |
49. छूट मिलना | अर्थ - कोई कार्य विशेष या आचरण करने के लिए स्वतंत्रता मिलना। |
50. छूटा साँड़ | अर्थ - आवारा आदमी। |
51. छूत छुड़ाना | अर्थ - पीछा छुड़ाने या नाममात्र के लिए यों ही (अवज्ञापूर्वक) कोई काम करना। |
52. छूत झाड़ना | अर्थ - प्रेत-बाधा दूर करना। |
53. छेड़ निकालना | अर्थ - चिढ़ाने के उद्देश्य से किसी का नाम रखना। |
54. छेड़ना | अर्थ - तंग करना। |
55. छेद छेदकर मारना | अर्थ - बहुत कष्ट देना। |
56. छेनी तोड़कर रख देना | अर्थ - छेनी से ऐसी अत्यंत उत्कृष्ट रचना तैयार करना जैसी जल्दी फिर न बन सके। |
57. छोटा आदमी | अर्थ - निम्न सामाजिक स्तर का व्यक्ति |
58. छोटा मुँह बड़ी बात | अर्थ - अनधिकारी द्वारा कही हुई कोई गैर-जिम्मेदारी की बात। |
59. छोटा-मोटा | अर्थ - साधारणत:। |
60. छोटी बात | अर्थ - टुच्चेपन की बात, ऐसी बात जिससे हेय मनोवृत्ति सूचित होती हो |
61. छोटे मुँह बड़ी बात कहना | अर्थ - अपने से बड़े की मर्यादा का समुचित ध्यान न रखते हुए कोई बात कहना। |
62. छोटे लोग | अर्थ - ग़रीब तबका। |
63. छोड़ देना | अर्थ - मुक्त कर देना; वसूल न करना, जाने देना। |
64. छोड़ना | अर्थ - शेष रहने देना (विशेषत: दूसरों के उपयोग के लिए)। |